ईटानगर पीएम नरेंद्र मोदी ने आज शनिवार को अरुणाचल प्रदेश की एक दिन के यात्रा के दौरान 825 करोड़ की लागत से बने सेला सुरंग (Sela Tunnel) का उद्घाटन किया.Sela Tunnel सेला सुरंग असम की तऱफ से तेजपुर से अरुणाचल के तवांग को जोड़ने वाली रोड पर पश्चिमी कामेंग जिले में बना है. ये टनल 13 हजार 700 फुट की उंचाई पर स्थित है. इस टनल की आधारशिला पीएम मोदी ने ही 2019 में रखी थी. 5 साल में बना ये पुल भारत के लिए सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है.
#WATCH | Prime Minister Narendra Modi arrived in Itanagar, Arunachal Pradesh to inaugurate several development projects including the Sela Tunnel earlier today.
He was welcomed and greeted by the people here. pic.twitter.com/m9fNLm7SgF
— ANI (@ANI) March 9, 2024
Sela Tunnel भारत के लिए चीन सीमा पर LAC पर पहुंचने का रास्ता हुआ आसान
पांच साल की अवधि मे इस विषम स्थल पर बना ये टनल इंजीनियरिंग का अद्भुत नमूना माना जा रहा है . इस टनल के जरिये हर मौसम में आवागमन करना आसान होगा. जैसा कि इस इलाके में होता है , साल के कुछ महीने ये पूरा इलाका बर्फ से ठंका रहता है. ऐसे में किसी अपरिहार्य स्थिति में सैनिकों के लिए यहां वास्तविक नियंत्रण रेखा(LAC) कर पहुंचना बेहद मुश्किल हो जाता है. इस टनल के बन जाने के बाद बालीपुर-चारीद्वार-तवांग के रास्ते पर सेला दर्रे से गुजरते हुए तवांग तक के लिए हर मौसम में सीधी सड़क मिल सकेगी . अब भारत के लिए हर मौसम में चीनी सीमा पर और अधिक चौकसी रखना और अपने सैनिको के लिए रास्ते बनाना आसान होगा. पीएम मोदी ने इस टनल का उद्घाटन करते हुए अरणाचल परिवहन की बस को रवाना किया जो इस टनल से होकर गुजरी.
अरुणाचल को पीएम ने दिया 55 हजार करोड़ की परियोजनाओं की सौगात
प्रधानमंत्री मोदी ने आज अरुणाचल के एक दिन के दौरे के दौरान राज्य में 55 हजार करोड़ की परियोजनाओं का उद्धाटन किया. अरुणाचल से ही पीएम मोदीने उत्तर पूर्व के राजयों मेघालय, मणिपुर, सिक्किम नागालैंड त्रिपुरा के लिए विकास योजनों की शुभारंभ किया. जिन परियोजनाओं की पीएम मोदी ने शुभारंभ किया उसमें अरुणाचल के लोअर दिबांग वैली में बहुद्देश्यीय बिजली परियोजना के साथ साथ सड़क निर्माण पर्यटन पर्यावरण से जुड़ी योजनाएं हैं. अरुणाचल के लोअर दिबांग वैली में 31,875 करोड़ रुपये की लागत से बहुद्देश्यीय बिजली परियोजना बनाई जायेगी. बताया ज रहा है कि इस परियोजना के तहत बना हुआ बांद देश का सबस बड़ा बांध होगा.