तमिलनाडू के मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि के सनातन धर्म पर दिए बयान पर हो रहे विवाद के बीच शिव सेना उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने उदयनिधि के बयान से असहमति जताते हुए कहा कि इंडिया गठबंधन में रुकावट नहीं आए इसके लिए स्टालिन के सलहाकारों को बचकर बयान देना चाहिए. संजय राउत ने एएनआई को दिए बयान में कहा, “हमने यह बयान सुना है… उदयनिधि स्टालिन एक मंत्री हैं और उनके बयान का कोई समर्थन नहीं करेगा. उनको इस तरह के बयान से बचना चाहिए. यह DMK की राय हो सकती है। इस देश में 90 करोड़ हिंदू और अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं… इस तरह से पूरे देश का माहौल खराब हो गया है. एम. के. स्टालिन एक आदरणीय नेता हैं. अगर उनके सलाहकार थोड़ा बचकर बयान दें तो INDIA में रुकावट नहीं आएगी.”
#WATCH | Shiv Sena (UBT) MP Sanjay Raut says, “…I have heard that statement…Udayanidhi Stalin is a minister & no one will support his statement and one should refrain from making such statements…This could be DMK’s view or his personal view. Around 90 crore Hindus live in… pic.twitter.com/gOIHD7ReTk
— ANI (@ANI) September 7, 2023
संत परमहंस आचार्य के खिलाफ डीएमके ने कराया केस दर्ज
वहीं अपने युवा विंग के सचिव उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ बयान ने वाले संत परमहंस आचार्य के खिलाफ डीएमके लीगल विंग समन्वयक, जे. देवसेनन ने मुकदमा दर्ज कराया है. देवसेनन ने कहा, “आज मैंने अयोध्या के संत परमहंस आचार्य के खिलाफ शिकायत दी है. मदुरै सिटी क्राइम ब्रांच ने शिकायत पर मामला दर्ज़ किया है. उन्होंने(संत परमहंस आचार्य) हमारे राज्य के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बारे में एक बयान में कहा था कि उदयनिधि स्टालिन का सिर लाने वाले को 10 करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा. उनके इस बयान से तमिलनाडु के लोगों के बीच सद्भाव प्रभावित हुआ है.”
#WATCH आज मैंने अयोध्या के संत परमहंस आचार्य के खिलाफ शिकायत दी है। मदुरै सिटी क्राइम ब्रांच ने शिकायत पर मामला दर्ज़ किया है। उन्होंने(संत परमहंस आचार्य) हमारे राज्य के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बारे में एक बयान में कहा था कि उदयनिधि स्टालिन का सिर लाने वाले को 10 करोड़ रुपए का… pic.twitter.com/xJFDhm8thn
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 7, 2023
ए राजा ने दी अमित शाह को सनातन पर बहस करने की चुनौती
सिर्फ उदयनिधि के खिलाफ बयान देने वालों पर ही डीएमके कार्रवाई नहीं कर रही है बल्कि अपने नेता के बचाव में उसके नेता गृह मंत्री तक को सीधे बहस की चुनौती दे रहे है. डीएमके के उप महासचिव और सांसद ए राजा ने बुधवार को केंद्रीय गृह अमित शाह को सनातन धर्म पर सार्वजनिक बहस की चुनौती दी. राजा ने बीजेपी शासन द्वारा शुरू की गई विश्वकर्मा योजना योजना के खिलाफ सेक्युलर प्रोग्रेसिव एलायंस द्वारा आयोजित निंदा विरोध प्रदर्शन में कहा, “बीजेपी से किसी को भी लाओ. मैं सनातन धर्म पर सार्वजनिक बहस के लिए तैयार हूं. विश्वकर्मा योजना सनातन धर्म के प्रदर्शन की योजना है.” उन्होंने कहा, “उदयनिधि ने नर्मी के साथ अपनी बात की है. मैं सनातन धर्म पर कड़ा प्रहार करूंगा.”
ए राजा का ये बयान इस मुद्दे पर बहस के लिए बीजेपी को चुनौती देने के एक दिन बाद आया है और कहा, “मैं पुडुवई (पुडुचेरी) से अमित शाह को चुनौती देता हूं. चाहे बीजेपी से कोई भी हो, या आप (अमित शाह). आइए हम खुलकर बात करें.” दिल्ली में बहस. एक लाख लोगों को इकट्ठा होने दीजिए. आइए सनातन धर्म पर बहस करें. देश के लोगों को फैसला करने दीजिए कि कौन सही है? मैं तैयार हूं. डीएमके तैयार है. क्या आप तैयार हैं?” राजा ने आगे कहा कि अमित शाह मंत्री बने और वह केवल सनातन धर्म के विनाश के कारण मंत्री बने, राजा ने कहा; “केवल इसलिए कि आप गृह मंत्री हैं, अन्यथा आप कुछ और कर रहे होते. केवल इसलिए कि हमने सनातन धर्म से लड़ाई लड़ी, तमिझीसाई सुंदरराजन अब राज्यपाल हैं, वनाथी श्रीनिवासन एक वकील हैं. केवल इसलिए कि हमने इसे नष्ट कर दिया, अन्नामलाई मवेशी पालने के बजाय आज आईपीएस हैं. क्या आपको हमारे द्वारा नष्ट किए गए सनातन धर्म के माध्यम से (सत्ता का) पद हासिल करने के बाद सनातन धर्म के समर्थन में बोलने में शर्म नहीं आती. क्या आपके पास विवेक नहीं है?” बी आर अंबेडकर का हवाला देते हुए ए राजा ने कहा, अंबेडकर ने कहा था कि अगर किसी व्यक्ति की शिक्षा समाज के लिए हानिकारक है तो वह जानवर से भी ज्यादा खतरनाक है, “मिस्टर मोदी, अमित शाह और तमिझीसाई, अंबेडकर ने जो कहा वह आप पर लागू होगा.”