शुक्रवार को रुपये की कीमत में भारी गिरावट देखने को मिली है. रुपया अबतक के निम्नतम स्तर यानी डॉलर के मुकाबले 81 रुपये पर पहुंच गया है. ये गिरावट 24 फरवरी के बाद आई सबसे बड़ी गिरावट है. गुरुवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 80.86 रुपये पर बंद हुआ था. विशेषज्ञों का अनुमान है कि रुपये की ये गिरावट डॉलर के मुकाबले 81.50 या 82 रुपये तक जाकर थमेगी.
गुरुवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बयान दिया था कि सरकार महंगाई और एक्सचेंज रेट पर नजर रखे हुए है. उन्होंने कहा कि सरकार उचित वक्त पर कदम उठाएगी.
आपको बता दें रुपये में गिरावट की वजह अमेरिका के फेडरल रिजर्व का ब्याज दरों में बढ़ोतरी करना, यूक्रेन -रूस युद्ध से पैदा हुई अनिश्चितता के साथ-साथ विदेशी बाजारों में अमेरिकी मुद्रा का मजबूत होना है. इसके अलावा क्रूड ऑयल की कीमतों में देखी जा रही तेज़ी को भी रुपये की कीमत में गिरवाट की वजह माना जा रहा है.