शनिवार की सुबह सीपीआई एमएल के विधायकों से मुलाकात कर बिहार की राजनीति में बवंडर पैदा करने वाले जीतन राम मांझी ने अब एक दिलचस्प पोस्ट शेयर कर ये भरोसा दिलाया है कि वह और उनकी पार्टी नीतीश कुमार के साथ है. और अब कोई खेला होने वाला नहीं है.
महबूब आलम के बयान से अटकलों का बाज़ार हुआ गर्म
शनिवार सुबह सीपीआई एमएल के दो विधायक महबूब आलाम और सत्यदेव राम के हम सुप्रीमों जीतन राम मांझी के घर पहुंचने और फिर जाते-जाते महबूब आलम के दिए बयान ने मांझी को लेकर अफवाहों के बाज़ार को गर्म कर दिया. मांझी से मुलाकात कर निकले महबूब आलम ने मीडिया से कहा, “कोई चर्चा नहीं हुई. यह एक अनौपचारिक बैठक थी. जीतन राम मांझी हमारे अभिभावक हैं और मैं उनके स्वास्थ्य के बारे में जानने के लिए यहां आया था. वह स्वस्थ हैं और वह ‘अच्छा खेल’ दिखाएंगे.”
जो खेला होना था हो गया अब कुछ नहीं होने वाला
हलांकि जीतन राम मांझी ने तब भी साफ किया था कि नीतीश सरकार को कोई खतरा नहीं है. लेकिन अटकलों और अफवाहों को नहीं थमता देख दोपहर हम सुप्रीमों ने एक पोस्ट किया, मांझी का ये पोस्ट बड़ा दिलचस्प था. मांझी ने लिखा, “जो खेला होना था हो गया अब कुछ नहीं होने वाला. मोदी जी के नेतृत्व में NDA मजबूत था है और रहेगा. वईसे फिर भी किसी को “खेला” खेलने का मन है तो विकास जी के दुकान पर जाकर खिलौना ले ले. वहां 30% का डिस्काउंट चल रहा है,सस्ता, मज़बूत एवं टिकाऊ खिलौना बेचतें हैं विकास बाबू.”
जो खेला होना था हो गया अब कुछ नहीं होने वाला।
मोदी जी के नेतृत्व में NDA मजबूत था है और रहेगा।वईसे फिर भी किसी को “खेला” खेलने का मन है तो विकास जी के दुकान पर जाकर खिलौना ले ले।
वहां 30% का डिस्काउंट चल रहा है,सस्ता,मज़बूत एवं टिकाऊ खिलौना बेचतें हैं विकास बाबू। pic.twitter.com/2ooYAeEqxu— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) February 10, 2024
लेफ्ट और जेडीयू के छोड़ सभी पार्टियों के विधायक कैद में
पटना में सियासी तापमान इतना बढ़ गया है कि सभी पार्टियों के पसीने छूटने लगे है. पार्टियां अपने विधायकों को मुर्गियों की तरह दबोच कर दड़बों में बंद करने में लगी है. खबर है कि जेडीयू के 5 तो बीजेपी के 2 विधायक लापता होने थे, हलांकि बीजेपी का दावा हे कि अब उसके सभी विधायक गया पहुंच गए है.
माहौल इतना गर्म है कि सभी पार्टियों ने अब अपने विधायकों को एकजुट रखने के लिए उन्हें कैद कर दिया है. विधायकों को घेर के रखने का ये सिलसिला सबसे पहले कांग्रेस ने शुरु किया, सबसे पहले अपने विधायकों को तेलंगाना भेजा, फिर बीजेपी ने गया में प्रशिक्षण शिविर के नाम पर तो अब खबर है कि आरजेडी ने भी अपने विधायकों को तेजस्वी यादव के घर पर घेर के रखा है.