रायपुर : छत्तीसगढ़ सीएम रमण सिंह नेआज पत्रकारों ने आरक्षण से लेकर धर्मांतरण और बेमेतरा तक की घटना पर सवाल किया. सीएम भूपेश बघेल ने राज्य में गरीबी के हालात के लिए पूर्व सीएम पूर्ववर्ती रमण सिंह सरकार को घेरते हुए कहा कि
” छत्तीसगढ़ में 40% से अधिक गरीबी रेखा के लोग रहते हैं, यह रमन सिंह की उपलब्धियां है. आरबीआई की जो डिक्लेअर किया है उसमें 40% लोग गरीबी रेखा के नीचे रहते हैं और फिर 44% हमारे जंगल है, 32% आदिवासी , 13% से ज्यादा अनुसूचित जाती के लोग हैं. 42- 43 परसेंट हमारे पिछड़े वर्ग के लोग रहते हैं. ऐसे में यह 50% का जो कैप लगाया है उसे हटाया जाना चाहिए. ईडब्ल्यूएस की बात है तो हमने काम कराया है और 4% भी दिए हैं. वैसे भी 50% परसेंट का कैप हट चुका है .हमारे पत्र भी लिखा है लेकिन प्रधानमंत्री और केंद्र सरकार के तरफ से कोई जवाब नहीं आ रहा है.”
धर्मांतरण पर क्या बोले भूपेश बघेल?
भूपेश बधेल से जब पत्रकारों ने सवाल किया कि कि आपने कहा है कि भाजपा शासनकाल में ज्यादा चर्च बनाए गये हैं, क्या चर्च बनाना अपराध है?
इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा ” कोई अपराध नहीं है मैं कहां बोल रहा हूं. मैं यह बोल रहा हूं यह कहते हैं धर्मांतरण ज्यादा हुआ है तो मैं यह कहता हूं कि जहां सिख समाज के लोग हैं तो वहां पहले गुरुद्वारा बनेगा , पहले पंडित जी लोग जाएंगे हिंदू समाज जाएगा फिर मंदिर बनेगा. जब कोई समाज के लोग निवास करते हैं तभी वहां उनका मंदिर या चर्च बनता है. मेरा केवल इतना ही कहना है भाजपा के शासनकाल में सबसे ज्यादा चर्च बने, भाजपा ने आज तक इसका खंडन नहीं किया है जब चर्च बना इसका मतलब यह है एक समाज के लोग ज्यादा वहां निवास करने लगे जिसका मतलब यह हुआ कि धर्मांतरण उनके शासनकाल में ज्यादा हुआ यह सिद्ध होता है इस मामले में वह मौन है। चर्च बने गुरुद्वारा बने पूजा स्थल बने इसका मैं विरोधी नहीं हूं।
सीएम बेमेतरा घटना स्थल पर क्यों नहीं गये?
बेमेतरा के बिरनपुर की घटना पर सवाल पूछ जाने पर कि भाजपा का कहना है कि आखिर कांग्रेस के नेता , वहां के विधायक साझा क्यों नहीं जा रहे हैं.
इसके दवाब में सीएम बूपेश बघेल ने कहा कि “हम जाएंगे लेकिन पहले माहौल शांत हो जाए , हम सबसे संपर्क में है , सबका सहयोग कर रहे हैं. लेकिन इस मौके पर मैं कहना चाहता हूं जो लोग भी घर जलाए हैं जो लोग भी हत्या किए हैं वह चाहे किसी भी समाज के हो उन्हें छोड़ा नहीं जाएगा.