योगी आदित्यनाथ सरकार जनवरी में मकर संक्रांति से शुरू होकर 22 जनवरी को अयोध्या में राम लला के प्राण-प्रतिष्ठा समारोह तक राज्य भर के प्रमुख मंदिरों में धार्मिक कार्यक्रम आयोजित करने की तैयारी कर रही है.
75 जिलों में मंदिरों में होंगे विशेष कार्यक्रम
राज्य भर के मंदिरों में रामचरितमानस, रामायण, हनुमान चालीसा का निरंतर पाठ और अन्य धार्मिक आयोजनों की योजना बनाई जा रही है. राज्य का पर्यटन और संस्कृति विभाग उन सभी 75 जिलों में मंदिरों की सूची को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में है जहां ये आयोजन होंगे.
प्रत्येक जिले में ‘पर्यटन और सांस्कृतिक परिषद’ स्थानीय कलाकारों की सहायता से इन कार्यक्रमों का आयोजन करेगी. पर्यटन विभाग के प्रमुख सचिव मुकेश मेश्राम ने कहा, “हम राज्य भर में उन मंदिरों की सूची को अंतिम रूप देने की प्रक्रिया में हैं जहां धार्मिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे.”
रामलला के प्रतिष्ठा समारोह के लिए तैयार की गई है विशेष सुरक्षा योजना
आपको बता दें, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अगले साल 22 जनवरी को अयोध्या में रामलला के प्रतिष्ठा समारोह की अध्यक्षता करने वाले हैं.
इसके लिए यूपी सरकार ने विशेष सुरक्षा योजना तैयार की है. इस योजना को 5 जनवरी तक लागू कर दिया जाएगा. साथ ही सभी आवश्यक सुरक्षा उपकरण स्थापित कर दिए जाएंगे, जिनसे होकर राम जन्मभूमि पहुंचने वाले भक्तों को गुजरना होगा ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि प्राण-प्रतिष्ठा (अभिषेक) समारोह पर मंदिर की सुरक्षा योजना अचूक हो.
मंगलवार को अयोध्या में राम मंदिर की सुरक्षा समिति की एक उच्च स्तरीय बैठक में, वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने इस मुद्दे पर चर्चा की और 5 जनवरी तक योजना को लागू करने का निर्णय लिया. अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (सुरक्षा), आईजी पुलिस (अयोध्या रेंज) बैठक में आईबी के अधिकारी, अयोध्या मंडलायुक्त और श्री राम जन्मभूमि तीरथ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य मौजूद रहे.
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