कर्नाटक ही नहीं पूरे देश हासन के मौजूदा सांसद और जेडीयू नेता प्रज्वल रेवन्ना के सेक्स कांड Prajwal Revanna Case को लेकर गुस्से में है. खास बात ये है कि 400 महिलाओं का दोषी देश छोड़ फरार हो गया है. कांग्रेस इस कांड पर बीजेपी को घेरने का कोई मौका नहीं छोड़ना चाहती है. खासकर तब जब प्रधानमंत्री ने हासन में चुनावी रैली कर रेवन्ना के लिए वोट मांगे थे इसके साथ ही खुद बीजेपी नेता ने खुलासा किया कि उन्होंने दिसंबर 2023 में ही अमित शाह और स्थानीय नेताओं को पत्र लिख रेवन्ना की हकीकत से वाकिफ करा दिया था. शुक्रवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कर्नाटक के सीएम सिद्धरामैया को पत्र लिख की इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग की. कांग्रेस सांसद ने अपने पत्र में ये बात भी लिखी की गृह मंत्री को इस मामले की पहले से जानकारी थी
दिसंबर 2023 से गृहमंत्री अमित शाह को थी Prajwal Revanna Case की जानकारी
कर्नाटक के सीएम सिद्धरामैया ने राहुल गांधी के इस पत्र को सोशल मीडिया पर शेयर किया है. इस पत्र में राहुल ने लिखा, “ मुझे यह जानकर गहरा सदमा लगा है कि दिसंबर 2023 में, हमारे गृह मंत्री श्री अमित शाह को श्री जी. देवराजे गौड़ा ने प्रज्वल रेवन्ना की पृष्ठभूमि, विशेष रूप से उनके यौन हिंसा के इतिहास और अपराधी द्वारा फिल्माए गए वीडियो की उपस्थिति के बारे में सूचित किया था.”
पीएम मोदी और अमित शाह पर लगाया प्रज्वल रेवन्ना को भगाने का आरोप
“इससे भी अधिक चौंकाने वाली बात यह है कि इन बड़े आरोपों को भाजपा के सबसे वरिष्ठ नेतृत्व के संज्ञान में लाए जाने के बावजूद, प्रधान मंत्री ने एक सामूहिक बलात्कारी के लिए प्रचार किया और वोट मांगे. इसके अलावा, केंद्र सरकार ने किसी भी सार्थक जांच को पटरी से उतारने के लिए जानबूझकर उसे भारत से भागने की अनुमति दी. इन अपराधों की अत्यंत विकृत प्रकृति और प्रधान मंत्री और गृह मंत्री के आशीर्वाद से प्रज्वल रेवन्ना को मिली पूर्ण छूट की कड़ी निंदा होनी चाहिए.”
महिला पहलवानों और मणिपुर हिंसा पर पीएम की मौन समर्थन का लगाया आरोप
“सार्वजनिक जीवन में अपने दो दशकों में, मैंने कभी भी ऐसे वरिष्ठ जन प्रतिनिधि को नहीं देखा, जिसने महिलाओं के खिलाफ अनकही हिंसा के सामने लगातार चुप्पी साध रखी हो. हरियाणा में हमारे पहलवानों से लेकर मणिपुर में हमारी बहनों तक, भारतीय महिलाएं ऐसे अपराधियों को प्रधानमंत्री के मौन समर्थन का खामियाजा भुगत रही हैं.”
Prajwal Revanna Case में कर्नाटक सरकार के उठाए कदमों पर भी डाला प्रकाश
“कर्नाटक सरकार ने गंभीर आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है. इस पृष्ठभूमि में, कांग्रेस पार्टी का नैतिक कर्तव्य है कि वह हमारी माताओं और बहनों के लिए न्याय की लड़ाई लड़े. मैं समझता हूं कि कर्नाटक सरकार ने गंभीर आरोपों की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है और प्रधानमंत्री से प्रज्वल रेवन्ना का राजनयिक पासपोर्ट रद्द करने और उन्हें जल्द से जल्द भारत प्रत्यर्पित करने का अनुरोध किया गया है.”
Prajwal Revanna Case की पीड़ितों को हर संभव सहायता दे कर्नाटक सरकार-राहुल गांधी
“मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि कृपया पीड़ितों को हर संभव सहायता प्रदान करें। वे हमारी करुणा और एकजुटता के पात्र हैं क्योंकि वे न्याय के लिए अपनी लड़ाई लड़ते हैं. यह सुनिश्चित करना हमारा सामूहिक कर्तव्य है कि इन जघन्य अपराधों के लिए जिम्मेदार सभी पक्षों को सजा दी जाए.“
राहुल गांधी लगातार जनसभाओं और रैलियों में ये बता रहे है कि रेवन्ना कांड की गृहमंत्री और प्रधानमंत्री को खबर थी फिर भी उन्होंने उसके लिए वोट मांग और उसे देश छोड़ भागने में भी मदद की हलांकि बीजेपी अबतक इस मामले में कर्नाटक की कांग्रेस सरकार पर ये कहकर आरोप लगाती रही है कि उसने रेवन्ना के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं की.