कैंब्रिज यूनिवर्सिटी के बिजनेस स्कूल में छात्रों को संबोधित करते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि उनकी भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कश्मीर में उन्होंने आतंकियों को देखा था.
‘लर्निंग टू लिसन इन द 21वीं सेंचुरी’ पर बोले राहुल गांधी
1 मार्च को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने कैंब्रिज के बिजनेस स्कूल में छात्रों को संबोधित किया. राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ’21वीं सदी में सुनना सीखने की कला’ विषय पर अपने विचार रखे. राहुल गांधी ने कहा कि हम ऐसी दुनिया को बनते नहीं देख सकते जो लोकतंत्र के मूल्यों से नहीं जुड़ी हो. उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को बढ़ावा देने के लिए नई सोच की जरूरत है. राहुल गांधी ने कहा भारत और अमेरिका जैसे देशों में आर्थिक असमानताएं बढ़ी है और इसके चलते लोगों में बेचैनी और गुस्सा पैदा हुआ है. हमें इसे समझना होगा और लोगों से संवाद कायम करना होगा. राहुल गांधी ने कहा कि लोकतंत्र को थोपा नहीं जा सकता है. अपने भाषण में राहुल ने मोदी सरकार पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने अपनी जासूसी करने का भी आरोप लगाया.
राहुल (Rahul Gandhi) ने की उज्जवला योजना की तारीफ
दरअसल जब राहुल गांधी से ये पूछा गया कि वो मोदी सरकार की दो नीतियों की तारीफ करें तो उन्होंने बिना झिझके उज्ज्वला योजन और जन धन योजना की जिक्र किया राहुल ने कहा कि गरीब महिलाओं के सिलेंडर मुफ्त देना अच्छा विचार है इसके साथ ही उन्होंने कहा कि लोगों के खाते खुलवाकर भी मोदी सरकार ने अच्छा काम किया.
मोदी से है वैचारिक मतभेद- राहुल गांधी
हलांकि इसके साथ ही राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ये भी साफ किया कि उनकी पार्टी और बीजेपी के बीच वैचारिक मतभेद है. राहुल ने कहा कि मोदी सरकार भारत पर ऐसा विचार थोपना चाहती है जो भारत का है ही नहीं. भारत एक संघीय ढांचे वाला देश है. भारत में अलग-अलग जबान, धर्म और संस्कृति को मानने वाले लोग रहते हैं. मोदी सरकार अल्पसंख्यकों को दूसरे दर्जे का नागरिक मानती है. मैं सरकार के इस विचार से सहमत नहीं हूं. राहुल ने कहा इसलिए सरकार की एक दो योजनाओं से सहमत होना बड़ी बात नहीं है.
कश्मीर में उग्रवादियों हुआ था सामना
अपनी भारत जोड़ों यात्रा के अनुभवों को साझा करते हुए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कश्मीर का भी जिक्र किया. राहुल ने कहा कि जैसा की आप सब जानते है कि कश्मीर पिछले कई सालों से हिंसा की गिरफ्त में है. राहुल ने कहा कि कश्मीर में भारत ज़ोड़ों यात्रा के दाखिल होने से पहले उन्हें सुरक्षा एजेंसियों ने चेतावनी दी थी. राहुल ने अहिंसा और लोगों को सुनने की ताकत का उदाहरण देते हुए कहा कि जब वो भारत जोड़ों यात्रा के साथ कश्मीर पहुंचे तो एक दिन एक व्यक्ति ने उनके करीब आकर कुछ लड़कों की तरफ इशारा कर बताया की वो उग्रवादी है. राहुल ने कहा वो लड़के उन्हें घूर रहे थे. लेकिन उन्होंने कुछ किया नहीं, यहीं अहिंसा की ताकत है.
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