अमेरिका में राहुल गांधी को लेकर काफी क्रेज देखने को मिल रहा है. अपने 6 दिन के यूएस दौरे के दूसरे दिन राहुल गांधी ने कैलिफोर्निया में प्रतिष्ठित स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी परिसर में भारतीय छात्रों के सवालों के जवाब दिए. राहुल को सुनने के लिए छात्रों में इतना उत्साह था कि, सभागार खचाखच भरा होने के कारण कुछ छात्रों को अंदर जाने का मौका नहीं मिला. इतना ही नहीं कार्यक्रम शुरू होने से दो घंटे पहले ही छात्र सभागार के बाहर कतार में लग गए थे.
It was a pleasure to engage with the learned audience at @Stanford on ‘The New Global Equilibrium’.
We discussed the challenges and opportunities of a changing world order. Actions based on truth is the way forward. pic.twitter.com/6tEoCV6OsM
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 1, 2023
कभी कल्पना नहीं की थी कि संसद सदस्यता चली जाएगी-राहुल गांधी
स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी में एक छात्र के सवाल के जवाब में राहुल ने कहा कि, जब वह राजनीति में आए थे, तब उन्होंने नहीं सोचा था कि उन्हें लोकसभा सदस्यता से कभी अयोग्य घोषित किया जाएगा, हालांकि उन्होंने कहा कि इससे उन्हें लोगों की सेवा करने का ‘‘बड़ा मौका’’ मिला है.
राहुल गांधी ने कहा कि, “जब वह वर्ष 2000 में राजनीति में आए थे, तब उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें ऐसी स्थिति का सामना करना होगा. उन्होंने कहा कि आज वह जो कुछ भी होता देख रहे हैं, वह उससे एकदम अलग है, जैसा कि उन्होंने राजनीति में कदम रखते समय सोचा था.”
आपको बता दें, सूरत की एक अदालत ने 2019 में ‘‘मोदी उपनाम’’ को लेकर की गई टिप्पणी से जुड़े मामले में राहुल को इस साल की शुरुआत में आपराधिक मानहानि का दोषी ठहराते हुए दो साल के कारावास की सजा सुनाई थी. जिसके बाद राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द कर दी गई थी. राहुल केरल के वायनाड से सांसद थे.
Stanford University, USA में मोहब्बत की नौका का खिवैया…… #RaGa 🔥🇮🇳 pic.twitter.com/Gb9qGKA9Hd
— Srinivas BV (@srinivasiyc) June 1, 2023
देश में पूरा विपक्ष कर रहा है संघर्ष- राहुल गांधी
अपनी संसद सदस्यता जाने और भारत जोड़ों यात्रा की शुरुआत पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि, ‘‘मुझे लगता है कि यह नाटक वास्तव में करीब छह महीने पहले शुरू हुआ. हम संघर्ष कर रहे थे. पूरा विपक्ष भारत में संघर्ष कर रहा है. सारा धन चुनिंदा वर्ग के पास है. संस्थाओं पर कब्जा हो रखा है. हम अपने देश में लोकतांत्रिक लड़ाई लड़ने के लिए संघर्ष कर रहे हैं.’’
राहुल ने कहा संसद सदस्यता जाने से उन्हें फायदा भी हुआ. उन्होंने कहा, , ‘‘लेकिन फिर मुझे लगता है कि इसने मुझे वास्तव में एक बड़ा अवसर दिया है. शायद बेहद बड़ा अवसर. राजनीति ऐसी ही होती है.’’
कभी किसी से समर्थन नहीं मांगा-राहुल गांधी
विदेशी ताकतों से देश में लोकतंत्र बचाने के लिए समर्थन मांगने के आरोपों पर राहुल गांधी ने कहा कि, ‘‘मैं एकदम स्पष्ट हूं कि हमारी लड़ाई हमारी है. हालांकि, यहां भारत के युवा छात्रों का एक समूह है. मैं उनके साथ संबंध बनाना चाहता हूं और उनसे बात करना चाहता हूं. ऐसा करना मेरा अधिकार है.’’
पीएम मोदी पर फिर सादा निशाना
स्टेनफोर्ड विश्वविद्यालय के खचाखच भरे सभागार में तालियों की गड़गड़ाहट के बीच राहुल ने फिर प्रधानमंत्री मोदी का नाम लेते हुए कहा कि, ‘‘मेरी समझ में नहीं आता कि प्रधानमंत्री यहां क्यों नहीं आते और ऐसा क्यों नहीं करते.’’
इस पर कार्यक्रम संचालक ने कहा कि प्रधानमंत्री का किसी भी समय स्टेनफोर्ड आने और छात्रों तथा शिक्षाविदों के साथ बातचीत करने के लिए स्वागत है.
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