17वीं लोकसभा में स्पीकर ओम बिरला के कई फैसलों को पक्षपातपूर्ण बताने वाला विपक्ष उन्हें 18वीं लोकसभा में बतौर स्पीकर कोई राहत देने वाला नहीं है. ये बात सदन में उस समय साफ हो गई जब विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने ओम बिरला के प्रधानमंत्री से हाथ मिलाने के दौरान उनके सम्मान में झुकने पर सवाल उठा दिया.
राहुल गांधी ने स्पीकर से अपेक्षित निष्पक्षता पर जोर दिया
सोमवार को लोकसभा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने अध्यक्ष ओम बिरला पर तीखे कटाक्ष कर, इस पद के लिए अपेक्षित निष्पक्षता पर जोर दिया. राहुल गांधी ने कहा, “अध्यक्ष महोदय, जब आपको कुर्सी पर बैठाया गया, तो मैं आपके साथ आपकी कुर्सी तक चला. आप लोकसभा के अंतिम निर्णायक हैं. आप जो कहते हैं, वह भारतीय लोकतंत्र को मूल रूप से परिभाषित करता है,” राहुल गांधी ने आगे कहा, ” जब आपने (स्पीकर ओम बिरला) मुझसे हाथ मिलाया तो मैंने एक बात नोटिस की। जब आपने मुझसे हाथ मिलाया तो आप सीधे खड़े थे। लेकिन जब आपने मोदी से हाथ मिलाया तो आप उनके सामने झुके हुए थे.”
इस टिप्पणी पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने तत्काल प्रतिक्रिया दी, जिन्होंने गांधी पर आसन का अनादर करने का आरोप लगाया.
स्पीकर ने दिया राहुल गांधी को जवाब
इसके बाद स्पीकर ओम बिरला ने सीधे राहुल गांधी की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, “माननीय प्रधानमंत्री जी सदन के नेता हैं, और यह मेरी संस्कृति और नैतिकता में है कि मैं अपने से बड़ों से मिलते समय सिर झुकाकर उनका सम्मान करता हूँ तथा अपने से उम्र में बराबर के लोगों के साथ बराबरी का व्यवहार करता हूँ. मेरी नैतिकता यह है कि हम बड़ों के सामने झुकें और ज़रूरत पड़ने पर उनके पैर भी छूएं.”
सदन में सबसे बड़ा स्पीकर है- Rahul Gandhi on Om Birla
इसके जवाब में राहुल गांधी ने कहा, “अध्यक्ष सदन में सबसे ऊपर हैं और हम सभी को उनके सामने झुकना चाहिए” राहुल गांधी ने कहा कि वह और पूरा विपक्ष अध्यक्ष के सामने झुकते हैं. राहुल गांधी ने अध्यक्ष से कहा कि, “आप अध्यक्ष हैं और आपको किसी के सामने झुकना नहीं चाहिए.” रायबरेली से कांग्रेस सांसद ने कहा कि लोकसभा में अध्यक्ष का फैसला अंतिम होता है और इस भावना से सदन के सदस्य के तौर पर हम उनके अधीन हैं.