Rahul Gandhi on ED Raid: शुक्रवार को लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दावा किया है कि जल्द ही ईडी उनके घर छापा मारने आने वाली है. राहुल का कहना है कि केंद्रीय बजट पर चर्चा के दौरान उनके ‘चक्रव्यूह’ वाले भाषण से सरकार नाराज़ है. जिसका नतीजा ये है कि प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) उन पर छापा मारने की योजना बना रहा है. कांग्रेस नेता ने एक्स पर लिखे एक पोस्ट में कहा कि वह केंद्रीय जांच एजेंसी का “खुली बाहों” से इंतजार करेंगे क्योंकि ईडी के “अंदरूनी सूत्रों” ने उन्हें बताया है कि छापेमारी की योजना बनाई जा रही है.
Rahul Gandhi on ED Raid: राहुल ने अपने पोस्ट में क्या लिखा
शुक्रवार को एक्स पर लिखे पोस्ट में राहुल गांधी ने लिखा, “जाहिर है, 2 इन 1 को मेरा चक्रव्यूह भाषण पसंद नहीं आया. ईडी के ‘अंदरूनी सूत्र’ मुझे बता रहे हैं कि छापेमारी की योजना बनाई जा रही है. “खुले हाथों” से आपका इंतज़ार कर रहा हूँ @dir_ed…..चाय और बिस्किट मेरी तरफ़ से.”
Apparently, 2 in 1 didn’t like my Chakravyuh speech. ED ‘insiders’ tell me a raid is being planned.
Waiting with open arms @dir_ed…..Chai and biscuits on me.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 1, 2024
क्या कहा था राहुल ने अपने चक्रव्यूह वाले भाषण में
सोमवार को केंद्रीय बजट 2024-25 पर चर्चा में शामिल होते हुए नेता विपक्ष राहुल गांधी ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी पर हमला करने के लिए महाभारत की जंग के दौरान रचे गए ‘चक्रव्यूह’ की अवधारणा का इस्तेमाल कर सरकार को घेरा था.
राहुल ने कहा था कि, “21वीं सदी में एक और ‘चक्रव्यूह’ तैयार किया गया है. उन्होंने कहा कि चक्रव्यू को पद्मव्यू भी कहा जाता है. जो कमल के आकार का है, और प्रधानमंत्री इस प्रतीक को अपनी छाती पर पहनते हैं. उन्होंने आगे कहा कि जो महाभारत में अभिमन्यु के साथ किया गया, वही भारत, उसके युवाओं, महिलाओं, किसानों और छोटे और मध्यम व्यवसायों के साथ किया जा रहा है.”
राहुल गांधी ने दावा किया कि इस चक्रव्यूह के केंद्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह समेत छह लोग हैं. उन्होंने चार और लोगों का नाम लिया, लेकिन स्पीकर ओम बिरला ने यह कहते हुए नाम लेने से मना कर दिया कि वे सदन के सदस्य नहीं हैं और इसलिए उनका नाम नहीं लिया जा सकता. गांधी ने आरोप लगाया कि राजनीतिक कार्यपालिका, केंद्रीय एजेंसियां और एकाधिकार पूंजी का विचार, जो दो लोगों को देश की पूरी संपत्ति का मालिक बनने की अनुमति देता है, इस चक्रव्यूह के केंद्र में हैं. उन्होंने कहा, “आपने बेरोजगारी और पेपर लीक का चक्रव्यूह बनाया है… आप खुद को राष्ट्रवादी कहते हैं, लेकिन जब आपको जवानों की मदद करनी होती है, तो आप पेंशन के लिए पैसे नहीं देते. आपने युवाओं को अग्निवीर के चक्रव्यूह में फंसा दिया है.”
किन चार लोगों का नाम लेने मना किया था सदन में
बाद में, एक्स पर एक पोस्ट में, गांधी ने उन चार नामों का फिर जिक्र किया जिसको सदन में नहीं बोलने के लिए कहा गया था. राहुल गांधी ने लिखा, “आज 21वीं सदी का कमल के आकार का चक्रव्यूह भारत को फंसा रहा है और इसे छह आंकड़े नियंत्रित कर रहे हैं: नरेंद्र मोदी, अमित शाह, अडानी, अंबानी, अजीत डोभाल और मोहन भागवत.”
ये भी पढ़ें-RAU IAS Coaching Centre का ऐलान,मृतक छात्रों के परिवार को देंगे 50 -50 लाख , रखी एक शर्त