नई दिल्ली: इंडिया गठबंधन INDIA alliance के दलों ने 13 जनवरी शनिवार को एक बार फिर वर्चुअल मीटिंग की थी. इसमें क्या नए फैसले हुए इसके बारे में कुछ भी आधिकारिक तौर पर अभी नहीं बताया गया है, लेकिन सूत्रों के हवाले से कई बातें निकल कर आई. बताया गया कि बैठक में पार्टी के संयोजक बनाने को लेकर बातचीत हुई और इसमें पहले नीतीश कुमार को संयोजक बनाने के बात की गई लेकिन नीतीश कुमार ने पद की लालसा ना होने का बात कह कर राहुल गांधी को संयोजक बनाने के प्रस्ताव रख दिया.
INDIA alliance मीटिंग में संयोजक पद के लिए राहुल गांधी का आया नाम
इस बैठक के दौरान बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने इंडिया के अध्यक्ष के रूप में राहुल गांधी का नाम प्रस्तावित किया था और कहा था कि राहुल गांधी को ही इस गठबंधन की अगुवाई करनी चाहिए. हालांकि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उसे अस्वीकार कर दिया.राहुल गांधी ने भारत जोड़ो न्याय यात्रा का हवाला देते हुए गठबंधन की अगुवाई से इनकार कर दिया.राहुल गांधी ने फिर से नीतीश कुमार का नाम उठाया लेकिन कुछ अन्य दलों के नेताओं ने बताया कि बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को कुछ आपत्तियां हैं और चर्चा की आवश्यकता होगी.
फिर नीतीश कुमार ने लालू यादव का नाम किया आगे..
सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने संयोजक पद के लिए नीतीश कुमार का नाम प्रस्तावित किया था,तो उन्होंने इस प्रस्ताव को मना कर दिया. नीतीश कुमार ने राहुल गांधी के बाद संयोजक पद के लिए लालू यादव को सबसे योग्य बताया. बैठक में ममता बनर्जी की नाराजगी पर भी बात हुई.इसी तरह से जब संयोजक पद के लिए नीतीश का नाम प्रस्तावित किया गया तो नीतीश कुमार ने भी इनकार कर दिया. उन्होंने कहा कि आरजेडी प्रमुख लालू यादव बेहतर विकल्प होंगे, क्योंकि वह अधिक वरिष्ठ हैं.राजनीतिक के गलियारों में ये हवाएं थी कि संयोजक का पद नहीं मिलने से बिहार के मुख्यमंत्री कथित तौर पर नाराज थे.जबकि नीतीश कुमार ने इस पद के लिए ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखाई.
इस वर्चुअल मीटिंग में कई दल नहीं हुए शामिल
वर्चुअल मीटिंग में जब गठबंधन के अध्यक्ष पर चर्चा शुरू हुई तो जनता दल प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश ने राहुल गांधी के नाम का प्रस्ताव रखा. इस पर राहुल गांधी ने यह कहते हुए इनकार कर दिया कि वह जमीनी स्तर पर काम कर रहे हैं और उनकी भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकलेगी. कांग्रेस नेता ने गठबंधन के शीर्ष पद के लिए पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे का नाम प्रस्तावित किया, जिसका सोनिया गांधी ने समर्थन किया.गठबंधन की इस वर्चुअल बैठक में पश्चिम बंगाल के मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की सुप्रीमो ममता बनर्जी शामिल नहीं हुईं तृणमूल कांग्रेस प्रमुख के अलावा, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और शिव सेना के उद्धव ठाकरे जैसे अन्य प्रमुख सहयोगी भी इस बैठक में शामिल नहीं हुए.ममता की नाराजगी के पीछे अनुमान ये लगाया जा रहा की बंगाल में सीट बंटवारे को लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं होने की वजह से तृणमूल कांग्रेस नाराज है.