बिहार:शराबबंदी Prohibition of Alcohol के दावे बिहार में किस कदर फ़ेल है इसका ताजा उदाहरण पटना के दीघा में देखने को मिला. शराबबंदी को ठेंगा दिखाते हुए एक ऐसा मामला सामने आया है जिसने पुलिस की वर्दी को शर्मशार कर दिया है . दीघा थाना क्षेत्र में छापेमारी कर रही टीम ने पुलिस के बैरक से ही एक हज़ार कार्टन शराब ज़ब्त की है , ये शराब तस्करों से जब्त की गई थी. सरकारी नियम के मुताबिक तस्करों से जब्ती के बाद माल को मालखाने में पहुंचाना होचा है लेकिन दीघा पुलिस ने शराब के जखीरे को मालखाना पहुंचाने की जगह अपने बेरक में ही रख लिया. 27 नवम्बर की देर शाम इस बात की सूचना SSP राजीव मिश्रा को मिली और दीघा पुलिस बैरक में छापेमारी की गई.
Prohibition of Alcohol पुलिस बैरक में मिली शराब
जैसे ही मामले के बारे में वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के पता चला तत्काल जांच के आदेश दिये गये. मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच का जिम्मा सिटी SP को दिया गया.मामले की जांच के लिए रात आठ बजे सिटी एसपी राजीव मिश्रा अचानक दीघा थाना पहुंच गए.सिटी एसपी के साथ रहे अन्य पुलिस पदाधिकारी थाने की सभी बैरक की तलाशी लेने लगे.तलाशी के दौरान चार पुलिसकर्मियों की बैरक से उसी ब्रांड की शराब की बोतलें मिली जो तस्करों से जब्त की गई थी. छापेमारी कर रही टीम की आंखें खुली रह गई जब उन्होने बैरक में जखीरे की तरह शराब की बोतलें देखीं. एक हजार से ज्यादा कार्टून शराब यहां रखी गई थी.
थानेदार रामप्रीत पासवान निलंबित
थाना इंचार्ज दारोगा फूल कुमार चौधरी को SSP राजीव मिश्रा की टीम ने गिरफ्तार कर लिया गया है और थाने के तीन सिपाही की गिरफ्तारी का प्रयास किया जा रहा है.छापेमारी टीम के आते ही तीनों सिपाही फरार हो गये.बताया जा रहा है कि इन्हीं चारों की बैरक में शराब मिली थी.शराब की बोतलें मिलने के बाद एसएसपी ने इस मामले में दीघा के थानेदार रामप्रीत पासवान को तत्काल पोस्ट से निलंबित कर दिया.इसके साथ ही अन्य लोग जिसमें चालक सिपाही राजेश कुमार, अग्निशमन में पदस्थापित होमगार्ड के चालक सिपाही चंदन कुमार और सुरेंद्र कुमार और दारोगा फूल कुमार चौधरी पर दीघा थाने में केस दर्ज किया गया है.SSP ने बताया कि जांच में जो भी दोषी मिलेंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जायेगी.
जब्त अंग्रेजी शराब की मात्रा थी साढ़े आठ लीटर
दीघा के गांधीगली के एक गोदाम से पुलिस ने 18 नवम्बर की रात एक हजार कार्टन शराब बरामद की थी. शराब पंजाब से लाई गई थी और उसे यहां डम्प किया जा रहा था.इस जब्त की गई खेप में लगभग साढ़े आठ हजार लीटर अंग्रेजी शराब थी.मामले में शराब से लदा एक ट्रक और छह पिकअप वैन भी जब्त की गई थी.19 नवम्बर को तस्करों के गोदाम से भी शराब बरामद की गई थी.शराब को छिपाने के लिए तहखाना बनाया गया था.छापेमारी में तस्कर और चालक पुलिस की गिरफ्त में नहीं आए. 27 नवम्बर को किसी ने SSP को सबूतों के साथ इस बात की जानकारी दी .किसी अज्ञात ने SSP को सूचना दी की जब्त शराब की कुछ बोतलें पुलिस बैरक में रखी गई हैं.इसके बाद पुलिस बैरक में जांच की गई.तब ये मामला सामने आया.