दिल्ली : भारत में सिनेमा क्या है ये एक बच्चा बच्चा बता देगा. लेकिन पिछले कुछ वक्त में फिल्मीजगत में कई बड़े उतार चढ़ाव आये . नए नए बदलाव आये फिल्मों और सिनेमा की जगह अब वेब सीरीज और OTT प्लेटफार्म ने लेली है . ऐसे में नए उभरते कलाकारों को प्रोत्साहन देने के लिए कलाकारों को एक नया ऐसा मंच देने के लिए जहाँ उनकी कला की क़द्र की जाए . उसके लिए अब इंतज़ार ख़त्म हो चूका है. भारतीय चित्र साधना ने चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल (CBFF) के 5वें संस्करण की तारीखों की घोषणा कर दी है. भारतीय चित्र साधना की ओर से दिल्ली के कान्स्टिट्यूशन क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में यह जानकारी साझा की गई.
कौन थे समारोह में मुख्य अतिथि
इस वार्ता में सिने जगत के जाने माने निर्देशक व अभिनेता सतीश कौशिक और भोजपुरी सिनेमा के सुप्रसिद्ध गायक, अभिनेता व BJP पार्टी सांसद मनोज तिवारी भी मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे. मंच पर भारतीय चित्र साधना के अध्यक्ष श्री बी के कुठियाला और सचिव अतुल गंगवार भी उपस्थित रहे.
प्रेस वार्ता में 5वें चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल के पोस्टर को लांच किया गयाऔर इसके साथ ही 2024 में होने वाले चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल की तारीखों व वेन्यू की घोषणा भी की गई.
सतिश कौशिक ने क्या कहा
प्रेस वार्ता में भारतीय सिनेमा के बदलते स्वरूप और न्यू कमर्स की चुनौतियों पर अभिनेता सतीश कौशिक ने कहा कि मैंने देश से लेकर विदेशों तक में बहुत फ़िल्म फेस्टिवल अटेंड किये हैं. लेकिन भारतीय चित्र साधना एकदम अलग है, ये सिर्फ़ फेस्टिवल का मंच नहीं बल्कि चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल एक मक़सद के साथ चल रहा है. ये एक साधना के साथ फ़िल्म जगत के नव निर्माण के लिए निरंतर आगे बढ़ रहा है. सतीश कौशिक के मुताबिक सिनेमा का काम सिर्फ़ पैसा कमाना नहीं बल्कि चलचित्र के माध्यम से अपनी सभ्यता और संस्कृति को दिखाने व देश की परम्पराओं, इतिहास , और मूल्यों को बताने का एक सुनेहरा मौका भी है.
सतीश कौशिक ने भारतीय चित्र साधना को धन्यवाद देते कहा कि चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल फिल्म मेकर्स और इंडस्ट्री के हर क्षेत्र के न्यू कमर्स के लिए आने वाले समय में एंट्री गेट है. जो छिपी प्रतिभाओं को पहचान दिलाने के साथ ही उन्हें उपयुक्त मंच भी प्रदान करता है. उन्होंने आश्वासन दिया कि भारतीय चित्र साधना के इस प्रयास में जो भी जिम्मेदारी दी जाएगी, वो उसे पूरी तरह से निभाएंगे.
मनोज तिवारी ने कही बड़ी बात
वहीं दूसरी तरफ पोस्टर लॉन्च के मौके पर अभिनेता, सांसद व गायक मनोज तिवारी ने चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल को प्रतिभाओं को सृजन करने वाला मंच बताया और कहा चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल बिलकुल हट कर है. साल 2024 में 23, 24 व 25 फरवरी को हरियाणा के पंचकुला में चित्र भारती फिल्म फेस्टिवल में भारतीय मूल्यों का मेला लगेगा. जो सिनेमा के माध्यम से भारतीयता का संदेश देगा. पंचकुला में चित्र भारती के पटल पर फिल्म जगत की जागरूक हस्तियों को जमावड़ा होगा. सिनेमा के नए ट्रेंड की तरफ ध्यान खींचते हुए उन्होंने कहा कि सिनेमा को बनाने वाले और देखने वाले सिनेमा में क्या चाहते हैं , इसके लिए भी एक सिस्टम होना चाहिए लेकिन इसको लेकर कोई मापदंड नहीं है. तिवारी ने कहा कि सिनेमा में काम करने वाला हर व्यक्ति आर्थिक रूप से मजबूत नहीं होता, कई लोग 10 -10 हजार पर काम करते हैं और उनके काम का नाम कोई और ले जाता है मगर वो बेचारा कुछ नहीं बोलता क्योंकि इसी फिल्म इंडस्ट्री में उसे आगे भी काम करना है . यहीं पर चित्र भारती फिल्मोत्सव औरों से अलग हो जाता है जो नई प्रतिभाओं को मौका देता है, साथ ही कुल 10 लाख तक का इनाम भी देता है जो नई प्रतिभाओं के लिए महत्वपूर्ण है.
वैसे इस बार का फिल्म फेस्टिवल काफी अलग होने वाला है. इस बार फिल्म फेस्टिवल में बाल फिल्म श्रेणी को भी जोड़ा गया है. जिसके साथ कुल चार श्रेणियों में फिल्में आमंत्रित की जा रही हैं- डॉक्युमेंट्री, शॉर्ट फिल्म, बाल फिल्म और कैम्पस फिल्म . फिल्म फेस्टिवल का 5वां संस्करण हरियाणा के पंचकूला में 23 से 25 फरवरी 2024 को होगा. तीन दिन तक चलने वाले फिल्म फेस्टिवल में भारत के सिनेमा जगत के कई दिग्गज शामिल होंगे.