PM Wayanad visit: शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने केरल के वायनाड जिले के भूस्खलन से तबाह हुए क्षेत्रों का दौरा किया. पीएम ने अपने दौरे के दौरान 1979 में गुजरात के मोरबी बांध आपदा की को याद करते हुए वायनाड पीडितों के साथ सहानुभूति व्यक्त की और केंद्र सरकार की ओर से हर संभव सहायता का आश्वासन दिया.
एक दिन के दौरे पर वायनाड पहुंचे थे पीएम
प्रधानमंत्री वायनाड के एक दिवसीय दौरे पर थे, जहां उन्होंने 30 जुलाई को हुए भूस्खलन से हुए विनाश का हवाई और जमीनी सर्वेक्षण किया. भूस्खलन में 200 से अधिक लोगों की जान चली गई और कई अन्य लापता हो गए.
अपने दौरे के बाद समीक्षा बैठक में बोलते हुए पीएम मोदी ने मोरबी आपदा के अपने अनुभव साझा किया, मोरबी बांध हादसा भारत के इतिहास में सबसे घातक बांध विफलताओं में से एक थी.
मोरबी बांध हादसे को पीएम ने किया याद
पीएम मोदी ने कहा, “मैंने आपदा को बहुत करीब से देखा और अनुभव किया है. करीब 45-47 साल पहले गुजरात के मोरबी में एक बांध था. भारी बारिश हुई और बांध पूरी तरह से नष्ट हो गया, जिससे मोरबी शहर में पानी भर गया. पूरे शहर में 10-12 फीट पानी भर गया और 2,500 से अधिक लोग मारे गए.”
उन्होंने आपदाग्रस्त क्षेत्रों में लोगों की पीड़ा के बारे में अपनी गहरी समझ व्यक्त करते हुए कहा, “मैं वहां लगभग छह महीने तक स्वयंसेवक के रूप में रहा…मैं इन परिस्थितियों को अच्छी तरह से समझ सकता हूं और मैं आपको आश्वासन देता हूं कि देश और भारत सरकार कोई कसर नहीं छोड़ेगी.”
पीएम मोदी ने नुकसान का जायजा लिया
अपनी यात्रा के दौरान, पीएम मोदी ने बुरी तरह प्रभावित चूरलमाला क्षेत्र का दौरा किया, जहां उन्होंने व्यापक नुकसान का जायजा लिया और बचाव कर्मियों, राज्य के अधिकारियों और स्थानीय निवासियों से बातचीत की. उन्होंने मेप्पाडी में एक राहत शिविर का भी दौरा किया, जहां भूस्खलन में अपने परिवार के सदस्यों को खोने वाले बच्चों सहित बचे हुए लोगों के साथ समय बिताया. यात्रा के दृश्यों में पीएम पीड़ितों को सांत्वना देते हुए, उनके कंधों पर हाथ रख कर उनके दर्दनाक अनुभवों सुनते नज़र आए.
मुख्यमंत्री और राज्यपाल भी रहे साथ
प्रधानमंत्री के साथ केरल के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और केंद्रीय मंत्री सुरेश गोपी भी थे. आपदा के बाद चूरलमाला में सेना द्वारा बनाए गए 190 फुट लंबे बेली ब्रिज पर देखने भी सभी साथ गए.
पीएम मोदी के दौरे में हवाई सर्वेक्षण भी शामिल था, जहां उन्होंने इरुवाझिंजी पुझा (नदी) में भूस्खलन के उद्गम और पुंचिरिमट्टम, मुंडक्कई और चूरलमाला सहित कुछ सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण किया.
वायनाड से रवाना होते समय पीएम मोदी ने केरल राज्य को आश्वासन दिया कि केंद्र सरकार पुनर्निर्माण और पुनर्निर्माण प्रयासों में सहायता के लिए सभी आवश्यक संसाधन उपलब्ध कराएगी.