17 अगस्त 2022 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 72 साल के हो जायेंगे. प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी हर साल अपना जन्मदिन ख़ास अंदाज़ से मनाते आये हैं. हर साल इसमें कुछ ना कुछ संदेश रहता है. इस साल पीएम मोदी अपना जन्मदिन मध्यप्रदेश के कूना फॉरेस्ट में मनायेंगे.
दरअसल मोदी सरकार वन्य जीवों ख़ास कर विलुप्त हो रहे चीतों के संरक्षण के लिए ख़ास उपाय कर रही है.इस के तहत मध्यप्रदेश के जंगल के लिए अफ्रीका के नामिबिया से 8 चीते लाये जा रहे हैं. इनमें चार नर और चार मादा चीते हैं. इन्हें दिल्ली से वायुसेना के दो हेलिकॉप्टरों से कूनो नेशनल पार्क पहुंचाया जायेगा. प्रधानमंत्री मोदी अपने 72वें जन्मदिन के मौके पर इन चीतों को जंगल मे छोड़ेंगे. इस अवसर को भव्य बनाने के लिए मध्यप्रदेश सरकार जोर-शोर से जुटी है.
भारत में विलुप्त हो चुके चीते की प्रजाति को एक बार फिर से जिंदा करने के लिए आजादी के बाद से ही देश में कई प्रयास किये गये. 1952 में ही भारत में चीतों की प्रजाति विलुप्त हो चुकी है. इस के बाद कई बार दूसरे देशों से चीतों को लाकर अपने देश में उसे बढ़ाने का प्रयास किया गया लेकिन किसी न किसी कारण से ये प्रयास सफल नहीं हुए.
शुरुआत में ईरान से चीते लाने की योजना बनी लेकिन वहां चल रहे आंदोलनों के कारण ये हो नहीं पाया. फिर 2011 में यूपीए सरकार ने अफ्रीकी देशों तंजानिया, नामिबिया से चीते देश मे लाये जाने की योजना पर विचार किया. 2020 में सुप्रीम कोर्ट ने इस योजना को मंजूरी दे दी और अब नामिबिया से ये 8 नर और मादा चीते भारत लाये जा रहे हैं.
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मुताबिक इन चीतो को जंगल में छोड़ने के साथ ही इनका रिइंट्रोडक्शन कार्यक्रम शुरु हो जायेगा. दरअसल पशुओं के ट्रांसलोकेशन के बाद उन्हें जिंदा बचाये रखना एक बड़ी समस्या हो सकती है. कूना के जंगल में पहले से भी 5 चीते के होने की जानकारी है, ऐसे में नई जगह से आये चीते इनके साथ कितनी जल्दी जीना सीख पायेंगे, ये महत्वपूर्ण है.इन चीतों को उनके लिए अनुकूल वातावरण देना एक कठिन टास्क होगा.
ये तो हुई चीतों की बात लेकिन जानकारों के मुताबिक पीएम मोदी अपना जन्मदिन मध्यप्रदेश में मनाने जा रहे हैं इस के पीछे और भी वजहें हैं. अगले साल मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव होने हैं और जानकारों की माने तो इस बार बीजेपी मध्यप्रदेश में कोई चांस नहीं लेना चाहती है. इस लिए पीएम का जन्मदिन एक राजनीतिक मैसेज देने के लिए भी मध्यप्रदेश में मनाया जा रहा है.
पिछले 8 वर्षों में पीएम मोदी ने अपना हर जन्मदिन ख़ास तरीके से मनाया. जिन राज्यों में चुनाव होने होते हैं उनके प्रति पीएम की प्रतिबद्धता दिखाई देती है.
2014 में प्रधानमंत्री बनने के बाद पीएम मोदी ने अपनी मां हीरा बेन से आशीर्वाद लेकर अपना जन्मदिन मनाया. इस मौके पर उनकी मां ने उन्हें 5 हज़ार रुपये के साथ आशीर्वाद दिया था.
2015 में प्रधानमंत्री मोदी ने 1965 के भारत-पाक युद्ध स्वर्ण जयंती मनाने के लिए आयोजित प्रदर्शनी शौर्यांजलि का अवलोकन किया. इस मौक़े पर पीएम मोदी ने एक कटआउट पर बने सेना की वर्दी के पीछे खड़े होकर अपनी तस्वीर भी खिंचवाई.
2016 में पीएम मोदी ने अपनी 66वां जन्मदिन अहमदाबाद में अपनी मां का आशीर्वाद लेने के साथ-साथ नवसारी में आदिवासी बच्चों के साथ मनाया था.
2017 में पीएम मोदी ने 67वें जन्मदिन पर सरदार सरोवर परियोजना का उद्घाटन किया. स्टैचू ऑफ यूनिटी के काम का निरीक्षण करने के बाद साधु बेट की यात्रा भी की थी.
2018 में पीएम मोदी ने अपना 68वां जन्मदिन अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में स्कूली बच्चों के साथ मनाया. 2019 में लोकसभा के चुनाव होने थे.
2019 में 69वें जन्मदिन के मौके पर पीएम मोदी ने अपना पूरा दिन गुजरात में बिताया. पहले मां का आशीर्वाद लिया फिर नर्मदा में सरदार सरोवर बांध का दौरा किया. दिन का कुछ समय केवडिया के बटरफ्लाई गार्डन मे तितलियों को उड़ा कर बिताया.
2020 -2021 में कोविड महामारी के दौरान कोई ख़ास कार्यक्रम नहीं हुए. बीजेपी ने पूरे देश मे पीएम मोदी का जन्मदिन सेवा दिवस के रूप मे मनाया.