नई दिल्ली (ब्यूरो रिपोर्ट) बिहार में बीजेपी-जेडीयू गठबंधन की सरकार बनने के बाद सीएम नीतीश कुमार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने PM Modi-CM Nitish Meeting बुधवार को पटना से दिल्ली पहुंचे. बिहार में बीजेपी -जेडीयू की सरकार बनने के बाद दोनों नेताओं की ये पहली बैठक थी. दिल्ली पहुंचने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने सबसे पहले पीएम मोदी से मुलाकात की . मुलाकात के दौरान दोनों ने तस्वीरें खिंचवाई . सीएम नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को फूलों क गुलदस्ता भेंट किया.
PM Modi-CM Nitish Meeting के बाद गृहमंत्री अमित शाह से भी मिले सीएम नीतीश
पीएम मोदी से मिलने के बाद सीएम नीतीश कुमार ने गृहमंत्री अमित शाह और भी मुलाकात की. पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह से मिलने के बाद नीतीश कुमार बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिले. गृहमंत्री शाह ने अपने ट्वीटर हैंडल पर अपनी और सीएम नीतीश कुमार के साथ मुलाकात की तस्वीर भी साझा की और लिखा कि मुझे विश्वास है कि नीतीश जी के नेतृत्व में NDA की सरकार बिहार में सुशासन और विकास को गति देगी.
बिहार के मुख्यमंत्री श्री @NitishKumar जी से भेंट हुई।
मुझे विश्वास है कि प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के मार्गदर्शन और नीतीश जी के नेतृत्व में NDA की सरकार बिहार में सुशासन और विकास को गति देगी। pic.twitter.com/rLC3hZ3bfm
— Amit Shah (@AmitShah) February 7, 2024
बीच में इधर- उधर हो गए, लेकिन अब हम इधर ही रहेंगे” .
सीएम नीतीश कुमार ने पीएम मोदी , गृहमंत्री शाह और बीजेपी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद बात कही जो चर्चा में है. सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि
“1995 से हम लोग साथ में हैं. बीच में इधर- उधर हो गए, लेकिन अब हम इधर ही रहेंगे” .
नीतीश कुमार के ये कहने के साथ ही लोगों को बीजेपी के पल्टू कुमार वाले बयान याद आने लगे. सीएम नीतीश कुमार ने पीएम मोदी को आश्वस्त किया कि अब वो कहीं और जाने वाले नहीं है.अब आगे की पारी बीजेपी के साथ ही खेंलेंगे.दोनों नेताओं के बीच काफी देर तक बातचीत चली. दोनो नेताओं के बीच हुई इस मुलाकात को बिहार में होने होने वाले कैबिनेट विस्तार और 12 फरवरी को होने वाले फ्लोर टेस्ट से जोड़ कर देखा जा रहा है.
सीट शेयरिंग पर क्या बात करनी, वे सब जानते हैं- नीतीश कुमार
सीएम नीतीश कुमार से इस दौरान पत्रकारों ने आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए सीट शेयरिंग को लेकर भी सवाल पूछे तो इसपर उन्होंने कहा कि इस पर चर्चा करने का कोई तर्क नहीं बनता है, वो शुरुआत से सब जानते हैं.
आपको बता दें कि बिहार में महागठबंधन को छोड़ बीजेपी के साथ नई सरकार बनाने के बाद नीतीश कुमार 12 फरवरी को बहुत साबित करने के लिए विधानसभा पहुंचेंगे. विधानसभा में बहुमत साबित करने से पहले बिहार के दोनो डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा ने भी दिल्ली पहुंचकर पीएम मोदी और गृहमंत्री शाह से मुलाकात की थी. बिहार के नेताओं का दिल्ली आकर पीएम और गृहमंत्री से मिलने को राज्यसभा के लिए होने वाले चुनाव के बारे में रणनीति बनाने से जोडकर देखा गया. बिहार में राज्यसभा की 6 सीटें खाली होने वाली हैं और 27 फरवरी को इनके लिए चुनाव होंगे .