पंजाब: लगभग एक साल पहले मोबाइल चोरी के केस में जेल गए हिमांशु (25) की संदिग्ध मौत के बाद परिजनों ने जेल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। मृतक के नाना करेलाल पासवान ने बताया कि हिमांशु को लुधियाना जेल में बंद रहने के दौरान पुलिस कर्मियों द्वारा लगातार मारपीट की जाती थी, जिसके कारण उसकी हालत बिगड़ती चली गई और आखिरकार उसकी मौत हो गई।
परिवार वालों ने कहा कि उन्हें इंसाफ चाहिए। परिवार वालों ने जेल प्रशासन के खिलाफ आरोप लगाया कि उनकी मारपीट के कारण उनके बच्चे की माैत हुई है।
नाना करेलाल ने बताया कि एक हफ्ते पहले जेल अस्पताल से फोन आया कि हिमांशु की तबीयत खराब है। जब परिवार अस्पताल पहुंचा तो देखा कि हिमांशु के हाथ-पैरों में हथकड़ियां लगी थीं और वह बोलने की स्थिति में नहीं था। उन्होंने आरोप लगाया कि जेल कर्मचारियों की मारपीट की वजह से वह बोल नहीं पा रहा था।
परिवार ने बताया कि 8 नवंबर को फोन आया कि हिमांशु की मौत हो गई है और शव लेने के लिए सदर थाने के कर्मचारी घर पहुंचे। परिवार जब लुधियाना पहुंचा तो वहां भी उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया।
हिमांशु के परिजनों का कहना है कि उसके शरीर पर चोटों के निशान थे, जिससे साफ झलकता है कि उसके साथ गंभीर अत्याचार किया गया। इसी के विरोध में आज परिजनों और ग्रामीणों ने एसएसपी दफ्तर के बाहर धरना प्रदर्शन किया और जेल प्रशासन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की।
धरने के दौरान स्थिति तनावपूर्ण हो गई और लोगों ने घंटों तक नारेबाजी की। बाद में एसपी (डी) मौके पर पहुंचे और प्रदर्शनकारियों को आश्वासन दिया कि इस मामले की विस्तृत रिपोर्ट बनाकर उच्च अधिकारियों को भेजी जाएगी, ताकि जिसकी भी लापरवाही पाई जाएगी, उसके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए।

