उड़ीसा, पुरी: अयोध्या में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा 22 जनवरी को होने जा रही है.इसी तर्ज पर ओडिशा के पुरी में स्थित जगन्नाथ मंदिर के हेरिटेज कॉरिडोर Jagannath Heritage Corridor का उद्घाटन होने जा रहा है.इस कॉरिडोर को ‘श्रीमंदिर परिक्रमा प्रकल्प’ के नाम से जाना जाता है.यह उड़ीसा राज्य की नवीन पटनायक सरकार और बीजू जनता दल का महत्वकांक्षी प्रोजेक्ट रहा है.इस कॉरीडोर के निर्माण में करीब 943 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं.
Jagannath Heritage Corridor का एक नाम श्रीमंदिर परिक्रमा प्रकल्प
ओडिशा का जगन्नाथ पुरी मंदिर भी चार धाम यात्रा में शामिल है.इस मंदिर में भगवान जगन्नाथ के साथ उनके बड़े भाई बलराम और बहन सुभद्रा की पूजा की जाती है. श्रीमंदिर परिक्रमा प्रकल्प या यूं कहें जगन्नाथ मंदिर हैरिटेज कॉरिडोर प्रोजेक्ट के उद्घाटन से एक दिन पहले ही ओडिशा और देश की अन्य क्षेत्रों से श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया है.
अमा ओडिशा, नबीन ओडिशा योजना शुरू
राज्य सरकार ने पूरी के इंफ्रास्ट्रक्चर को बदलने के लिए ‘अमा ओडिशा, नबीन ओडिशा’ यानी की हमारा ओडिशा नया ओडिशा योजना शुरू की.जिसके तहत 4,000 करोड़ से ज्यादा का निवेश किया गया है.इस विशाल प्रोजेक्ट के सेंटर में
2.8 किमी लंबा बाइपास श्री सेतु है. यह बाइपास राज्य की राजधानी भुवनेश्वर से जगन्नाथ मंदिर तक यात्रा के समय को कम करता है.प्रोजेक्ट अमा ओडिशा, नबीन ओडिशा का फोकस 12वीं सदी के बने जगन्नाथ मंदिर के आसपास करीब 1,943 करोड़ की लागत से बना हेरिटेज कॉरीडोर है.इस अर्चिटेक्चरल मे 75 मीटर का हेरिटेज कॉरीडोर शामिल है.इसे बफर जोन,पेड़ों से घिरे आउटर लेन और एक सार्वजनिक सुविधा क्षेत्र के साथ डिजाइन किया गया है.
विपक्ष ने लगाया आरोप
भगवान जगन्नाथ और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक की तस्वीरों से सजे 8000 गाड़ियों का एक बेड़ा राज्य में उद्घाटन कार्यक्रम का प्रचार कर रहा है.अयोध्या से दूर ओडिशा अब इस इस हेरिटेज कॉरीडोर के उद्घाटन के लिए तैयार है.राज्य में विपक्ष अमा ओडिशा,नवीन ओडिशा प्रोजेक्ट का विरोध कर रहे हैं. उनका आरोप है कि सरकारी पैसे को सत्ताधारी पार्टी बीजेडी के प्रचार के लिए इस्तेमाल किया जा रहा है.कई आलोचकों का तर्क है कि बीजू जनता दल की धार्मिक पहुंच भारतीय जनता पार्टी की चाल को प्रतिबिंबित करती है,जो धर्मनिरपेक्ष मूल्यों को के खिलाफ है.