उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) बुधवार को जोशीमठ के प्रभावित क्षेत्रों का जायज़ा लेने पहुंचे. धामी ने यहां स्थानीय लोगों से बातचीत भी की. सीएम ने कहा कि सरकार जोशीमठ के लोगों के साथ है. फिलहाल फौरी मदद पहुंचाने के लिए जो एक्शन प्लान बनाया गया है उसके तहत सभी प्रभावितों को ढ़ेड लाख रुपये दिए जा रहे हैं. सीएम ने कहा बाद में क्षति का आंकलन करने के बाद बाज़ार भाव के मुताबिक लोगों की मदद की जाएगी.
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क्षमता का आंकलन कर धीमी की जाएगी विकास की रफ्तार
सीएम पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने कहा कि हम कोशिश करेंगे कि प्रकृति और अर्थव्यवस्था दोनों का संतुलन बना रहे. तेज गति से हो रहे विकास को थोड़ा कम करेंगे. हम सभी शहरों के धारण क्षमता का आंकलन कराएंगे, अगर उनकी क्षमता से अधिक कहीं विकास हो गया है तो उसको तत्काल रोकेंगे.
पुनर्वास और मुआवजे के बनाई गई कमेटी
जोशीमठ में दरार वाले घरों में लाल निशान लगाए जाने और प्रशासन द्वारा उन्हें तोड़ने की बात पर सीएम धामी (CM Dhami) ने कहा कि “ऐसी बात सामने आ रही है कि सभी इमारतों को तोड़ा जा रहा है, ऐसा नहीं है. केवल 2 होटलों की बात सामने आई थी और उस पर भी सभी की सहमति के बाद ही प्रशासन काम करेगा. राहत, पुनर्वास और मुआवजे के लिए कमेटी बना दी गई है.”
राहत और पुनर्वास हमारी प्राथमिकता-सीएम धामी
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने कहा कि राहत और पुनर्वास ठीक तरह से हो ये हमारी प्राथमिकता है. हम चाहेंगे की सभी तक जल्द से जल्द अंतरिम राहत पहुंच जाए, उसके लिए काम कर रहे हैं.
CM ने निर्देश दिए है कि प्रभावित परिवारों को तात्कालिक तौर पर ₹1.5 लाख की धनराशि अंतरिम सहायता के रूप में दी जाए. बाद में भू-धंसाव से जो स्थानीय लोग प्रभावित हुए हैं उनको बाजार दर पर मुआवजा दिया जाएगा.