दिल्ली, पटना में 23 जून को हुई विपक्षी दलों की बैठक के बाद अब 17-18 जुलाई को बैंगलोर में दूसरी बैठक होगी. बैठक में शामिल होने के लिए विपक्षी दलों को निमंत्रण भेजा जाना शुरु कर दिया गया है. बैठक कांग्रेस की अध्यक्षता में होगी, ये फैसला पटना में ही कर लिया गया था.
सोनिया गांधी ने डिनर पर बुलाया
इस बीच ख़बर है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी ने विपक्षी दलों को फोन कर के डिनर का न्यौता दिया है. सोनिया गांधी ने बैंगलोर में 17-18 जुलाई को होने वाली बैठक से एक रात पहले ये डिनर रखा है. बताया जा रहा है कि सोनिया गांधी की तरफ से आम आदमी पार्टी को भी निमंत्रण दिया गया है.
खड़गे ने विपक्षी दलों को चिट्ठी लिख कर दिया न्योता
कांग्रेस की अध्यक्षता में होने वाली इस बैठक के लिए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक चिट्टी लिखी है. कांग्रेस सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक बैठक में कांग्रेस पार्टी से सोनिया गांधी भी मौजूद रह सकती हैं. कांग्रेस ने इस बैठक को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए देश की 24 पार्टिंयों के निमंत्रण दिया है. पटना में निमंत्रण के बावजूद केवल 16 पार्टियां ही पहुंची थी. खड़गे ने अपनी चिट्ठी में लोगों को पटना बैठक की याद दिलाते हुए विपक्षी एकता को मजबूत रखने के लिए मिलते रहने की बात कही है. खड़गे ने कहा कि 2024 में पीएम मोदी को हटाना जरुरी है.
विपक्षी एकता में 8 नये दल
जानकारी के मुताबिक बन रहे विपक्षी एकता (United Opposition) में 8 नई पार्टियों को शामिल करने की कोशिश की जा रही है. ये पार्टियां हैं, मरुमालारची द्रविड़ मुनेत्र काजगम (MDMK), कोंगू देसा मक्कल काटची (KDMK), विदुथलाई चिरुथैगल काटची (VCK), रेवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी (RSP), ऑल इंडिया फॉर्वर्ड ब्लॉक, इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग, केरल कांग्रेस (जोसेफ) और केरल कांग्रेस (मनी) को भी आमंत्रित किया गया है.
कांग्रेस अध्यक्ष के गृह प्रदेश में विपक्षी एकता की बैठक
मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने पत्र में लिखा है कि 17 जुलाई की शाम 6 बजे बैंगलोर में बैठक में हिस्सा लेने की कोशिश करें. बैठक अगले दिन 18 जुलाई को भी जारी रहेगी. कांग्रेस अध्यक्ष ने तमाम प्रमुख विपक्षी दलों को आने के लिए आमंत्रित किया है. बता दें कि मल्लिकार्जुन खड़गे कर्नाटक से ही आते हैं. और कर्नाटक में विधानसभा चुनवा जीतने के बाद कांग्रेस का मनोबल उंचा है.
बैंगलोर जायेंगे अरविंद केजरीवाल?
पटना में हुई बैठक में दिल्ली सीएम और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली अध्यादेश को बैठक का एजेंडा बनाने की कोशिश की थी, यहां तक की बैठक के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस का हिस्सा भी नहीं बने थे, ऐसे में ये सवाल है कि क्या अरविंद केजरीवाल 17 जुलाई की बैठक का हिस्सा बनेंगे ?
हलांकि विपक्षी दलों के बैठक में से पहले रोजाना नये डेवलपमेंट हो रहे हैं. बिहार में तेजस्वी यादव के इस्तीफे को लेकर विपक्ष हमलावर है.