18 जून को सिरसा में एक रैली होने जा रही है. रैली में भारत के ग्रह मंत्री अमित शाह आ रहे है. इसी के मद्देनज़र रैली से पहले ही प्रसाशन ने कई पार्टी के लोगो को नोटिस भेजा है. जिसमें कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, किसान, सरपंच पदाधिकारियों शामिल है.
दरअसल हरियाणा के सिरसा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की 18 जून को रैली है. रैली में कोई किसान नेता, सरपंच और राजनेता प्रदर्शन न करें, इसलिए प्रशासन ने उन्हें नोटिस भेजे. ये नोटिस एसडीएम की कोर्ट के माध्यम से भेजे गए हैं. प्रशासन ने जिन लोगों को नोटिस भेजे हैं, उनमें वे लोग शामिल हैं जिन्होंने सीएम मनोहर लाल के जनसंवाद कार्यक्रम का विरोध किया था. सीएम के जनसंवाद की तरह ही केंद्रीय गृह मंत्री की रैली में खलल न पैदा हो इसलिए सरकार ने पहले ही प्रदर्शनकारियों को नजरबंद करने की प्रकिया शुरू कर दी है. जिला पुलिस के नोटिस से प्रदेश के राजनीतिक माहौल के फिर से गर्माने के आसार बन गए हैं. जिसको लेकर आज आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खटटर का पुतला भी फूंका है! वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के कार्यकर्ता ने भी इसका जमकर विरोध किया है.
इस नज़रबंदी और नोटिस को लेकर आम आदमी पार्टी व कांग्रेस के कार्यकर्ताओं का कहना है कि लोकतंत्र में सभी को अपनी बात रखने का हक है और हमारा किसी प्रकार का इस रैली का विरोध करने का कोई इरादा नहीं है! इसके बावजूद भी हमें यह नोटिस भेजे गए हैं. जिसका हम विरोध करते हैं. प्रशासन द्वारा जो नोटिस भेजे गए हैं. उसमें यह लिखा है कि आप उपद्रव या अशांति फैला सकते है. इसलिए आज आम आदमी पार्टी वह कांग्रेस ने इसका विरोध जताया है.