मंगलवार को संसद का बजट सत्र (Budget 2023) राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरु हो गया. सत्र शुरु होने से पहले मीडिया से बात करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये तय है कि बजट के दौरान पक्ष और विपक्ष में तकरार होगी लेकिन उन्होंने उम्मीद भी जताई कि इसके साथ ही विपक्ष, सदस्यों की तैयारी के साथ तकरीरें भी सुनने को मिलेंगी.
उन्होंने कहा, ‘‘बजट सत्र में तकरार भी रहेगी लेकिन तकरीर भी तो होनी चाहिए. मुझे विश्वास है हमारे विपक्ष के सभी साथी बड़ी तैयारी के साथ, बहुत बारीकी से अध्ययन करके सदन में अपनी बात रखेंगे. देश के नीति निर्धारण में सदन बहुत ही अच्छे तरीके से चर्चा करके अमृत निकालेगा जो देश के काम आएगा.’’
भारत के बजट पर दुनिया की नजर-पीएम
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को सदन के बाहर कहा कि बजट सत्र (Budget 2023) के पहले ही अर्थव्यवस्था की दुनिया की जानी-मानी आवाजें देश के लिए सकारात्मक संदेश ला रही हैं. उन्होंने कहा कि इस वर्ष के बजट पर ना सिर्फ भारत की, बल्कि दुनिया भर की निगाहें हैं.
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘आज बजट सत्र (Budget 2023) शुरू हो रहा है और प्रारंभ में ही अर्थ जगत के. जिनकी आवाजों की मान्यता होती है. वैसी आवाजें चारों तरफ से सकारात्मक संदेश लेकर आ रही हैं. आशा की किरण लेकर आ रही है. उमंग का आगाज़ लेकर आ रही हैं.’’
उन्होंने कहा, ‘‘आज की वैश्विक परिस्थिति में भारत के बजट की तरफ न सिर्फ भारत का बल्कि पूरे विश्व का ध्यान है. विश्व की डावांडोल आर्थिक परिस्थिति में भारत का बजट भारत के सामान्य जन की आशा और आकांक्षाओं को तो पूरा करने का प्रयास करेगा ही, लेकिन विश्व जो आशा की किरण देख रहा है. उन अपेक्षाओं को पूरा करने का भी प्रयास करेगा.’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी के नेतृत्व में एनडीए की सरकार की कामकाज के केंद्र बिंदु में ‘‘भारत सर्वप्रथम, नागरिक सर्वप्रथम’’ की भावना रही है. उसी भावना को ये बजट सत्र (Budget 2023) भी आगे बढ़ाएगा.
वित्त मंत्री पेश करेंगी आर्थिक सर्वेक्षण (2022-23) पेश करेंगी
मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण संसद में आर्थिक सर्वेक्षण (2022-23) पेश करेंगी. सत्र के पहले दिन दोनों सदनों में आर्थिक सर्वेक्षण पेश होगा. जबकि वित्तीय वर्ष 2023-24 के लिए बजट बुधवार यानी 1 फरवरी को पेश किया जाएगा.
बजट सत्र 66 दिन चलेगा और इसमें 27 बैठकें होंगी. सत्र दो भागों में होगा. पहला भाग 1 से 13 फरवरी तक होगा. जिसके बाद 12 मार्च तक विभागों से संबंधित संसदीय स्थायी समितियां अनुदान मांगों की समीक्षा करेंगी और अपने मंत्रालयों और विभागों से संबंधित रिपोर्ट तैयार करेंगी.
बजट सत्र (Budget 2023) का दूसरा भाग 13 मार्च से शुरू होगा जो 6 अप्रैल तक चलेगा.