बिहार में एनडीए गठबंधन टूट गया. नई सरकार बन गई. लेकिन अभी भी आरोप प्रत्यारोपों का दौर जारी है. सत्ता से बेदखल होने पर बीजेपी ने जहां नीतीश कुमार पर तरह-तरह के आरोप लगाए वहीं उप मुख्यमंत्री बने तेजस्वी यादव को भी नहीं बख्शा. बीजेपी नेता सुशील मोदी ने बुधवार को नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों पर निशाना साधा था. गुरुवार को सुशील मोदी के वार पर नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव दोनों ने पलट वार किया. उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने अपने पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप और जेल जाने की बात का जवाब देते हुए कहा कि मैं ईडी और सीबीआई को न्यौता देता हूं की वो मेरे घर पर अपना दफ्तर खोले.
आपको बता दें बुधवार को बीजेपी नेता सुशील मोदी ने कहा था कि नीतीश कुमार आरजेडी को भी धोखा देंगे. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि आरजेडी नेता तेजस्वी यादव पर भ्रष्टाचार के मामले में चार्जशीट दाखिल हो चुकी है और वह बेल पर हैं. तेजस्वी कभी भी जेल जा सकते हैं.
तेजस्वी यादव की तरह ही मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी सुशील मोदी को आड़े हाथों लिया और कहा कि उन्होंने कभी उपराष्ट्रपति बनाए जाने की मांग नहीं की थी. नीतीश कुमार ने सुशील मोदी के इस आरोप को बोगस बताया और कहा कि वो जितना चाहे मुझ पर हमला कर ले. हम बिहार के विकास के लिए बीजेपी के विपक्षी दलों के साथ मिलकर काम करते रहेंगे.