जमुई बिहार में नीतीश कुमार के ‘बेचारे लालूजी‘ वाले बयान ने विपक्षी पार्टियों को हमला बोलने के मौका दिया है. जेडीयू छोड कर अपनी अलग पार्टी ‘राष्ट्रीय लोक जनता दल’ बनाने वाले उपेंद्र कुशवाहा(Upendra Kushwaha )ने नीतीश कुमार को घेरने के लिए जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह के बहाने हमला किया है.कुशवाहा (Upendra Kushwaha)ने नीतीश कुमार को निशाने पर लेते हुए ललन सिंह के बहाने हमला किया. कुशवाहा (Upendra Kushwaha)ने कहा कि ललन सिंह कुछ क्यों नहीं बोलते है. ललन सिंह कागज पर तो जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं लेकिन व्यवहार से वह आरजेडी के नेता है. आरजेडी के नेता हैं इसलिए आरजेडी के नेताओं वाले गुण धीरे-धीरे उनके अंदर आ रहा है, इसलिए सिर्फ बकवास करते हैं
‘नीतीश कुमार सीधे कह दें कि लालू ने घोटाला नहीं किया है’- Upendra Kushwaha , RLJP
वहीं सीबीआई की तरफ से आरजेडी प्रमुख लालू यादव की जमानत को लेकर दायर याचिका पर उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि- नीतीश कुमार को यह भी याद करना चाहिए कि लालू जी की परेशानी कब से शुरु हुई है. लालू जी पर केस-मुकदमा प्रारंभ हुआ था,उस वक्त कौन लोग कोर्ट गए थे. यह नीतीश जी को याद करना चाहिए.उन्होंने कहा कि जो लोग आज आरजेडी के आगे-पीछे घूम रहे हैं,यही लोग कोर्ट में गए थे. ललन सिंह, शिवानंद तिवारी जैसे लोगों के कारण ही आज मामला यहां तक पहुंचा है. कुशवाहा ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीधे तौर पर क्यों नहीं बोल देते कि लालू जी ने चारा घोटाला नहीं किया.
Upendra Kushwaha की भविष्यवाणी
कुशवाहा ने कहा कि अगर नीतीश कुमार को लगता है कि केन्द्रीय एजेंसी लालू जी को तंग कर रही है,तो नीतीश कुमार क्यों नहीं बोल देते कि लालू जी ने चारा घोटाला नहीं किया और वो इतने दिनों से गलतबयानी कर रहे थे . उन्होंने कहा कि 2024 लोकसभा के चुनाव में कोई वर्सेज नहीं है. 2024 के लोकसभा चुनाव में एकतरफा मामला है और देश की जनता एकतऱफा एनडीए के पक्ष के वोट करेगी.
शराब बंदी कानून ठीक लेकिन बिहार में कानून फेल- Upendra Kushwaha
उपेंद्र कुशवाहा ने जीतनराम मांझी के शराबबंदी कानून वाले बयान पर विरोध के मामले में कहा कि शराबबंदी बहुत आवश्यक है, शराबबंदी होनी चाहिए लेकिन सिर्फ कानून बनाने से काम नहीं चलेगा. शराबबंदी कानून का इस्तेमाल बिहार सरकार के अधिकारी और पुलिस के अधिकारी अपनी जेब भरने में कर रहे हैं और गरीब जनता को परेशान कर रहे हैं। बिहार में शराबबंदी कानून पूरी तरह से फेल है।