NITI Aayog meeting: शनिवार को दिल्ली में हो रही नीति आयोग की बैठक से बंगला की सीएम ममता बनर्जी के वॉक आउट से विवाद पैसा दो गया. बैठक में शामिल अकेली विपक्षी मुख्यमंत्री के आरोप ने सनसनी पैदा कर दी. जिसके बाद सरकार की तरफ से वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सफाई पेश की और ममता पर झूठ बोलने और कहानियां गड़ने का आरोप लगाया.
माइक बंद का आरोप झूठा- निर्मला सीतारमण
पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के आरोपों पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “सीएम ममता बनर्जी ने नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लिया. हम सभी ने उन्हें सुना. प्रत्येक सीएम को आवंटित समय दिया गया था और उसे स्क्रीन पर प्रदर्शित किया गया था जो हर टेबल के सामने मौजूद थी… उन्होंने मीडिया में कहा कि उनका माइक बंद कर दिया गया था. यह पूरी तरह से झूठ है. प्रत्येक मुख्यमंत्री को बोलने के लिए उचित समय दिया गया था…यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने दावा किया है कि उनका माइक बंद कर दिया गया था, जो सच नहीं है…उन्हें सच बोलना चाहिए, झूठी कहानियां नहीं गड़नी चाहिए ”
#WATCH पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी के आरोपों पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, “सीएम ममता बनर्जी ने नीति आयोग की बैठक में हिस्सा लिया। हम सभी ने उन्हें सुना। प्रत्येक सीएम को आवंटित समय दिया गया था और उसे स्क्रीन पर प्रदर्शित किया गया था जो हर टेबल के सामने… pic.twitter.com/I0F2gkXUIs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 27, 2024
NITI Aayog meeting: मुझे सिर्फ 5 मिनट ही बोलने की इजाजत मिली-ममता
इससे पहले दिल्ली में नीति आयोग की बैठक से गुस्से में बाहर निकली पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने कहा था कि, “मैंने कहा कि आपको (केंद्र सरकार) राज्य सरकारों के साथ भेदभाव नहीं करना चाहिए. मैं बोलना चाहती थी लेकिन मुझे सिर्फ 5 मिनट ही बोलने की इजाजत मिली. मुझसे पहले जिन लोगों ने बोला वह 10-20 मिनट तक बोले. विपक्ष की तरफ से मैं अकेली इस बैठक में हिस्सा ली. लेकिन फिर भी मुझे बोलने की अनुमति नहीं दी गई. मेरा माइक बंद कर दिया गया. यह अपमानजनक है…”
इंडिया गठबंधन के 7 सीएम पहले ही नीति आयोग की बैठक का कर रहे है बहिष्कार
इंडिया गठबंधन ने पहले ही बजट को भेदभावपूर्ण बताते हुए नीति आयोग की बैठक के बहिष्कार का एलान कर दिया था. उसके 7 मुख्यमंत्री 3 कांग्रेस शासित (हिमाचल, तेलंगाना और कर्नाटक) है. केरल के पी विजयन, तमिलनाडु के एमके स्टालिन और पंजाब के भगवंत मान और दिल्ली के जेल में बंद अरविंद केजरीवाल ने मीटिंग का बायकॉट किया था.
सिर्फ ममता बनर्जी विपक्षी राज्यों की ऐसी मुख्यमंत्री थी जो बैठक में पहुंची थी. उनके इस कदम को इंडिया गठबंधन में फूट के तौर पर भी देखा जा रहा था.