गुरुवार को मुंबई में औरंगजेब के साथ उद्धव ठाकरे और प्रकाश अंबेडकर के होर्डिंग्स लगने का मामला सामने आया है.
माहिम इलाके में लगे पोस्टर
अधिकारियों ने कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे और वंचित बहुजन अघाड़ी प्रमुख प्रकाश अंबेडकर के पोस्टर मुगल सम्राट औरंगजेब की तस्वीर के साथ गुरुवार को मुंबई के माहिम इलाके में सामने आए.
मुंबई पुलिस के मुताबिक, होर्डिंग्स रात में लगाए गए थे और इन्हें किसने लगाया, इसकी अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है. फिलहाल होर्डिंग्स को अब हटा दिया गया है.
किसी ने शिकायत नहीं दर्ज कराई-पुलिस
मुंबई पुलिस ने खुद इस मामले का संज्ञान लेते हुए पोस्टर हटवाएं है उसका कहना है कि, ‘अभी तक कोई शिकायत नहीं मिली है. एक अधिकारी ने कहा, अगर कानून व्यवस्था बिगड़ती है तो पुलिस अज्ञात लोगों के खिलाफ आधिकारिक प्राथमिकी दर्ज करेगी. ‘
Hoardings of former Maharashtra CM Uddhav Thackeray and Vanchit Bahujan Aghadi chief Prakash Ambedkar with Aurangzeb’s picture in it, put up in Mahim area of Mumbai.
Posters were put up at night, no information yet on who put them up. It has been removed now. No complaint… pic.twitter.com/I0eVXm8ztq
— ANI (@ANI) June 22, 2023
प्रकाश अंबेडकर ने दी थी औरंगजेब को पुष्पांजलि
ये होर्डिंग्स तब सामने आए जब बाबासाहेब अंबेडकर के पोते प्रकाश अंबेडकर ने संभाजीनगर (पूर्व में औरंगाबाद) में औरंगजेब की कब्र पर जाकर औरंगजेब को पुष्पांजलि अर्पित करके विवाद खड़ा कर दिया था. प्रकाश अंबेडकर ने विवाद के बीच कहा था कि, “औरंगजेब की कब्र पर जाने में क्या गलत था? वह एक मुगल सम्राट था जिसने लगभग 50 वर्षों तक यहां शासन किया. क्या हम इतिहास मिटा सकते हैं? हमें औरंगजेब को गाली देने की बजाय इस बात पर विचार करना चाहिए कि उसने यहां शासन क्यों किया.’ क्या थे कारण… हमें अपने अतीत के प्रति सचेत रहना चाहिए. नफरत फैलाने के बजाय, आइए हम खुद को ऐतिहासिक तथ्यों से जोड़ लें, ”
आपको बता दें, प्रकाश अंबेडकर की ये यात्रा 18वीं सदी के मुगल शासक औरंगजेब और मैसूर के शासक टीपू सुल्तान का महिमामंडन करने वाले एक सोशल मीडिया पोस्ट पर कोल्हापुर में सांप्रदायिक तनाव के कुछ दिनों बाद हुई है.