Sunday, September 8, 2024

NEET-UG Revised Result जारी,टॉपरों की संख्या 61 से घटकर हुई 17,दिल्ली के मृदुल ने पाया पहला स्थान

NEET-UG Revised Result :  NTA यानी  नेशनल टेस्टिंग एजेंसी ने  सुप्रीम कोर्ट को आदेश के बाद आखिरकार मेडिकल में दाखिला लेने वाले छात्रों से जुड़ी NEET UG के संशोधित रिजल्ट जारी कर दिये हैं. संशोधित रिजल्ट में ना केवल टॉपर्स की संख्या घट गई है बल्कि कटऑफ लिस्ट भी नीचे आ गया है. NTA द्वारा जारी किये गये रिजल्ट में टॉपर्स की संख्या घटकर 61 से घटकर 17 पर आ गई है, वहीं एडमिशन के लिए पात्रता हासिल करने वाले स्टूडेंट्स की संख्या 13 लाख 16 हजार से घटकर 13 लाख 15 हजार हो गई है.

संशोधित रिजल्ट में शीर्ष स्थान पाने वाले 17 छात्र

 1. मृदुल मान्या आनंद- दिल्ली 2. आयुष नौग्रेय- उत्तर प्रदेश 3. माजिन मंसूर- बिहार

4. प्रचिता- राजस्थान 5. सौरव- राजस्थान,6. दिव्यांश- दिल्ली

7. गुंमय गर्ग- पंजाब,8. अ‌र्घ्यदीप दत्ता- बंगाल,9. शुभन सेनगुप्ता- महाराष्ट्र,

10. आर्यन यादव- उत्तर प्रदेश 11. पलंशा अग्रवाल- महाराष्ट्र,12. रजनीश पी.- तमिलनाडु

13. श्रीनंद शर्मिल- केरल,14. माने नेहा कुलदीप- महाराष्ट्र,15. तेजस सिंह- चंडीगढ़

16. देवेश जोशी- राजस्थान 17. इरम काजी- राजस्थान

NEET-UG Revised Result : दिल्ली के मृदुल मान्या ने किया टॉप

नये संशोधित रिजल्ट में टॉपर्स भी बदल गये हैं. पिछली परीक्षा के रिजल्ट में तीसरे और तौथे नंबर पर रहने वाले दिल्ली के मृदुल मान्या आनंद ने टॉप पोजिशन हासिल किया है, वहीं उत्तर प्रदेश के आयुष नौग्रेय दूसरे नंबर पर हैं. पहले मृदुल आनंद तीसरे नंबर थे, वहीं आयुष नौग्रेय चौथे नंबर पर थे.  दरअसल एनटीए की परीक्षा में समान नंबर लाने  वाले छात्रों की वरियता तय करने में नंबरों के साथ साथ कई और बातें देखी जाती हैं. अगर दो छात्रों को एक ही नंबर मिले हैं, तब शीर्ष स्थान तय करने के लिए पहले छात्रों के फिजिक्स , कैमिस्ट्री और बायोलॉजी के नंबर जोड़े जाते हैं. तब भी अगर उनके नंबर समान होते हैं, तब उनकी उम्र और फिर परीक्षा एटेम्ट करने के प्रयासों को देखा जाता है.

कटऑफ नंबर में भी आया बदलाव

NEET -UG के नये रिजल्ट में कटऑफ नंबर 164 से घटकर 162 हो गया है. सुप्रीम कोर्ट द्वारा NEET -UG की परीक्षा दोबारा कराने से इंकार करने के बाद  NTA ने शुक्रवार को संशोधित रिजल्ट जारी किया है, जिसमें काफी फेर बदल है. पहले के रिजल्ट में बोर्ड ने फिजिक्स के पेपर के एक सवाल के दो जवाब में से किसी को चुने जाने पर पूरे नंबर दिये हैं.जबकि नये रिजल्ट में केवल एक जवाब को पूरे नंबर मिले हैं.  दरअसल फिजिक्स के पेपर में एक सवाल ऐसा था जिसके क्वेश्चन पेपर में दिये 4 मे से दो जवाब सही थे. पहले छात्र इसे लेकर काफी कंफ्यूज थे.पहले NTA ने दोनों में से एक जवाब देने वाले छात्रों को पूरे नंबर दिये थे ,लेकिन मामले के सुप्रीम कोर्ट मे आने और आईआईटी के प्रोफेसर्स द्वारा सवाल का एक ही जवाब सही माने जाने के बाद सुप्रीम कोर्ट ने एनटीए को एक बार फिर से रिजल्ट जारी करने के निर्देश दिये थे.

नये रिजल्ट से 4 लाख 20  हजार छात्रों के नंबरो पर पड़ा फर्क

सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद जब एनटीए ने संशोधित रिजल्ट जारी किया है तो उसमें सवाल क गलत जवाब देने वाले छात्रों के 5 नंबर कम कर दिये गये हैं. इनमें 4 अंक सही जवाब के लिए था तो 1 अंक गलत जवाब के लिए. नये रिजल्ट से वैसे तो करीब 4 लाख 20 हजार छात्रा प्रभावित हुए हैं लेकिन सबसे ज्यादा असर पचास हजार से एक लाख  के अंदर आने वाले छात्रों की रैंकिंग पर पड़ा आने वाले लगभग 16 हजार छात्रों पर पड़ा है. अब नये रिल्ट के बाद हजारों छात्र ऐसे होंगे जिन्हें हो सकता है कि कालेज मे एडमिशन ना मिल पाये.

क्या है NEET में रैंकिंग और सीट का गणित ?

दरअसल  देश भर में वर्तमान समय में मौजूद मेडिकल कालेजों में मौजूद MBBS के लिए सीटों की संख्या करीब एक लाख है. ऐसे में जो छात्र अब एक लाख की रैंकिंग से बाहर पहुंच गये हैं, उन्हें हो सकता है कि किसी मेडिकल कॉलेज में दाखिला ना मिले.  सरकारी मेडिकल कॉलेजों में MBBS के लिए सीटों की संख्या  करीब 50 हजार है. ऐसे में जिनकी रैंकिंग 50 हजार से नीचे पहुंच गई होगी, उन्हें किसी सरकारी मेडिकल कॉलेज में दाखिला नहीं मिल पायेगा.

NEET UG के रिजल्ट का क्या है विवाद

देश भर में मेडिकल कॉलेजों में दाखिले के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी NTA  प्रतियोगी परीक्षाएं आयोजित करवाती हैं. इसमे आये रिजल्ट के आधार पर छात्र-छात्राओं को देशभर के मेडिकल संस्थानों में एडमिशन मिलता है. इस साल 2024 में पहली बार NEET- UG का रिजल्ट 4 जून को जारी हुआ था लेकिन रिजल्ट जारी होने के साथ ही ये सवाल उठ खड़ा हुआ कि इस परीक्षा में पेपर लीक हुआ है और रिजल्ट  में काफी गड़बड़ी की गई है. कुछ छात्रों को ग्रेस मार्क्स देकर उनकी रैकिंग बढ़ाई गई है. यहां तक कि कई छात्रो के एक ही नंबर आये थे. मामले ने जब तूल पकड़ा को 1563 छात्रों के ग्रेस नंबर रद्द कर दिये गये और उन्हें एक बार फिर से परीक्षा देने का मौका दिया गया. दोबारा 23 जून को एनटीए ने 1563 छात्रों के लिए परीक्षा आयोजित की और अब रिजल्ट नये सिरे से जारी किया गया है.

NEET -UG विवाद की जड़

NEET – UG को लेकर पूरा विवाद ही तब शुरु हुआ जब 67 छात्रों के नाम टॉपर्स के रुप में सामने आये, इसमें भी कुछ छात्रों को  720 में से 718 और 719 नंबर मिले थे. जबकि परीक्षा में एक सवाल के सही जवाब पर 4 मार्क्स मिलते हैं, और जवाब गलत हो जाने पर 1 नंबर कटता है. ऐसे में इन अंको को लेकर मुद्दा गर्माने लगा और धीरे धीरे गड़बड़ी की परतें खुलने लगी.  हालांकि इस पर एनटीए ने सफाई देते हुए कहा था कि कुछ छात्रों को परीक्षा में कम समय मिला था तो उनके मार्क्स ग्रेस नंबर देकर बढ़ाये गये , ये इसलिए ऐसा दिखाई दे रहा है. इसी बीच मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया और तब एनटीए ने ग्रेस मार्क्स वापस लेने की बात कही. अब ग्रेस मार्क्स वापस लेने के बाद संशोधित रिजल्ट आ गया है जिसमें टॉपर्स की संख्या 67 से घटकर 17 पर आ गई है.

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