जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी घटना को लेकर राज्यसभा सांसद और वरिष्ठ वकील कपिल सिब्बल ने केंद्र सरकार को कुछ जरूरी सुझाव दिए हैं। यह हमला पहलगाम के बैसारन घाटी में हुआ था, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई थी।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले को मुंबई के 26/11 हमले के बाद सबसे घातक आतंकी हमला माना जा रहा है। कपिल सिब्बल ने इस गंभीर घटना पर चर्चा के लिए संसद का एक विशेष सत्र बुलाने की मांग केंद्र सरकार से की है।
कपिल सिब्बल ने किया सुझाव दिया?
राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा, "मेरे पास प्रधानमंत्री के लिए कुछ सुझाव हैं। इस मुद्दे पर चर्चा करने के लिए सभी से सुझाव लेने के लिए संसद का एक विशेष सत्र बुलाया जाना चाहिए। देश इस समय उनके साथ खड़ा है।"
उन्होंने स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए अफ्रीका, अमेरिका, यूरोप और अन्य देशों में सत्तारूढ़ और विपक्षी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजने का सुझाव दिया।
'अलग-अलग देशों में भेजना चाहिए प्रतिनिधिमंडल'
सिब्बल ने कहा, "हमें अफ्रीका, अमेरिका, यूरोप, चीन, जापान, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड, रूस और दक्षिण अमेरिका जैसे देशों में सत्तारूढ़ और विपक्षी सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल भेजना चाहिए, ताकि हम उन्हें वैश्विक स्तर पर स्थिति के बारे में बता सकें। अगर हम यह कदम नहीं उठाते हैं तो हम कूटनीतिक दबाव नहीं बना पाएंगे।"
कपिल सिब्बल ने कहा, "हमें पाकिस्तान के साथ व्यापार करने वाले सभी प्रमुख देशों को बताना चाहिए कि अगर वे पाकिस्तान के साथ व्यापार करते हैं तो वे हमारे बाजार में नहीं आ सकते। हमें हर कूटनीतिक पहल में इस बिंदु को रखना चाहिए। संयुक्त राष्ट्र को दबाव बनाना चाहिए।"
उन्होंने कहा, "सुरक्षा परिषद में एक प्रस्ताव पारित किया जाना चाहिए और हमें देखना चाहिए कि चीन इसका समर्थन करता है या इसके खिलाफ जाता है। हमें ये कूटनीतिक पहल करनी होंगी।"
सिब्बल ने पाकिस्तान को 'आतंकी देश' घोषित करने की मांग की
वरिष्ठ वकिल सिब्बल ने इससे पहले कहा था कि पाकिस्तान को सिर्फ एक पड़ोसी देश नहीं बल्कि एक ऐसा संगठन मानना चाहिए जो आतंकवाद फैला रहा है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार को चाहिए कि वह पाकिस्तान के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय अदालत में केस दर्ज करे ताकि दुनिया को यह साफ संदेश जाए की भारत अब ऐसे आतंकी हमलों को नजरअंदाज नहीं करेगा।
कपिल सिब्बल ने गृह मंत्री अमित शाह से अपील करते हुए कहा था कि पाकिस्तान को आतंकी देश घोषित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि जैसे युद्ध अपराध करने वालों पर इंटरनेशनल कोर्ट में केस चलता है, वैसे ही पाकिस्तान पर भी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।