Mayawati on Union Budget: मायावती ने केंद्रीय बजट 2024 की आलोचना करते हुए कहा कि इसमें गरीबों, बेरोजगारों, किसानों, महिलाओं और हाशिए पर पड़े समुदायों पर ध्यान नहीं दिया गया है. उन्होंने गरीबी, बेरोजगारी और महंगाई के मौजूदा मुद्दों के बीच वंचितों के उत्थान के लिए सरकार की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाए. शुक्रवार को एक के बाद एक किए तीन ट्वीट में मायावती इंडिया गठबंधन के नीति आयोग के बहिष्कार से सहमत तो दिखी पर उन्होंने साफ तौर पर उनका साथ न देकर बात को घुमाकर उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों का समर्थन किया.
Mayawati on Union Budget, बताया भेदभावपूर्ण
मायावती ने इंडिया गठबंधन द्वारा बजट को भेदभावपूर्ण बताने का समर्थन किया लेकिन याथ ही ये भी कहा कि पहले जब यूपी में उनकी सरकार थी तब भी ऐसा होता रहा है. मायावती ने लिखा, “एनडीए सरकार द्वारा संसद में पेश बजट में भी देश व आमजनहित से अधिक राजनीतिक स्वार्थ के तहत विभिन्न राज्यों के बीच भेदभाव, पक्षपात व असंतुलन बढ़ाने के विरुद्ध आक्रोश व विरोध स्वाभाविक, हालाँकि केन्द्र द्वारा ऐसा सौतेला व्यवहार आज कोई नई बात नहीं. बीएसपी ने भी यूपी में इसे झेला है.”
केन्द्र द्वारा देश व जनहित को सर्वोपरि रखना बहुत जरूरी
बीएसपी सुप्रीमों ने अपने ट्वीट में सीधे तौर पर तो नहीं लेकिन इंडिया गठबंधन के नीति आयोग की बैठक का बहिष्कार करने के फैसले का समर्थन किया. मायावती ने लिखा, “केन्द्रीय बजट से दुखी/पीड़ित गैर-भाजपा शासित राज्यों ने इसको लेकर नीति आयोग की बैठक में भाग नहीं लेने का निर्णय लिया है, जबकि यूपी जैसी विशाल आबादी वाले गरीब व पिछड़े राज्य पर बजट में समुचित ध्यान नहीं देना भी कितना उचित? केन्द्र द्वारा देश व जनहित को सर्वोपरि रखना बहुत जरूरी.”
कांशीराम को भारत रत्न देने के मांग कर राजनीति न करें बीजेपी-मायावती
वहीं मायावती ने यूपी बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि, “यूपी बीजेपी के एक दलित सांसद द्वारा बीएसपी के जन्मदाता व संस्थापक मान्यवर श्री कांशीराम जी को भारतरत्न की उपाधि देने की माँग करने की वजाय केन्द्र की सत्ता में अपनी सरकार से इसे तुरन्त दिलवाये जिसका बीएसपी भी दिल से स्वागत करेगी, वरना इसकी आड़ में दलितों को गुमराह करना बंद करें.”