संवाददाता अजय कुमार, भागलपुर : अंग प्रदेश की लोक संस्कृति मंजूषा कला को लेकर मंजूषा महोत्सव Manjusha Festival का चार दिवसीय आयोजन जिला प्रशासन व कला संस्कृति व युवा विभाग की ओर से भागलपुर के सैंडिस कंपाउंड मैदान में प्रारंभ हो गया है. मंजूषा महोत्सव का उद्घाटन भागलपुर जिला के सांसद अजय मंडल ,प्रमंडलीय आयुक्त संजय कुमार सिंह ,जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ,एसडीएम धनंजय कुमार ,डीडीसी कुमार अनुराग के अलावा कई पदाधिकारीयों द्वारा सामूहिक रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया, साथ ही मंजूषा के तीन रंगों का बना गुब्बारे का बंच आसमान में उड़ाया गया .
Manjusha Festival एक सांस्कृतिक कार्यक्रम
कार्यक्रम के दौरान लाइव डेमो के लिए पच्चास कलाकारों का चयन किया गया है जो महोत्सव में मंजूषा चित्रकला को उकेरने का काम कर रहे हैं, साथ ही महोत्सव में चालीस स्टॉल लगाए गए हैं जिसमें 19 स्टॉल विभिन्न विभागों की ओर से लगाए गए हैं . वहीं 21 स्टॉल बुनकर, मंजूषा कला सिल्क के कपड़े के लगे हुए हैं. मंजूषा कला के कलाकार तीन रंगों पीला गुलाबी और हरे रंग को काफी बारीकी से कागजों कपड़ों और मिट्टी के बने बर्तन पर उकेरते नजर आ रहे हैं. वहीं मंजूषा महोत्सव में किलकारी संस्थान की ओर से एवं क्षेत्रीय कलाकारों के द्वारा अंग प्रदेश की लोक संस्कृति पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया.
स्थानीय कलाकारों को बढ़ावा देने पर जोर
जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने इस दौरान स्थानीय कलाकारों को बढ़ावा देने पर जोर दिया है. आपको बता दें कि मंजूषा भागलपुर की लोककला है. बिषहरी पूजा से इस कला की कहानी जुड़ी हुई है. तीन रंगों से यह कला तैयार की जाती है. इसमें मुख्यतः पीला, हरा व गुलाबी रंग का प्रयोग होता है. जिसका जीवन में अलग-अलग महत्व है.