संवाददाता अजय कुमार, भागलपुर : एक निजी नर्सिंग होम Nursing Home Case के बाहर मरीज के परिजनों द्वारा डॉक्टर पर सही इलाज ना करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया गया .जहां परिजन बीच सड़क पर लेट कर रोते विलखते भी नजर आए. परिजनों का कहना था कि हम सभी मामूली बीमारी को लेकर अस्पताल में अपने मरीज को भर्ती करवाए थे लेकिन यहां उन्हें आईसीयू में एडमिट कर लिया गया.डॉक्टर के द्वारा किसी प्रकार की कोई बीमारी नहीं बताई गई और अचानक उनकी मृत्यु हो जाने की खबर हम लोगों तक फोन के माध्यम से पहुंची. हम लोगों ने 15 हज़ार रुपये अस्पताल प्रबंधन को दिए थे और उनके द्वारा और 200000 की मांग की गई थी लेकिन इसके पहले ही मरीज की मौत हो गई.
Nursing Home Case में व्यक्ति की हुई मौत
मृतक के बेटे ने बताया कि मेरे पिता के गले पर सुई देने के निशान हैं .जहां से काफी खून भी निकल रहा था लेकिन अस्पताल प्रबंधन इस पर कुछ भी बोलने से इनकार कर रहा है .वहीं हंगामे की सूचना पर पहुंची जोगसर थाना के दरोगा शक्ति पासवान ने परिजनों और अस्पताल प्रबंधन से बातचीत कर मामले के जांच की बात कही है, हालांकि परिजनों द्वारा लिखित आवेदन नहीं दिया गया है. आदमपुर स्थित तपस्वी नर्सिंग होम में डॉक्टर की लापरवाही का पहला मामला नहीं है पहले भी इस तरह के मामले में कई मरीज की मौत हो चुकी है .इस पूरे मामले को लेकर अस्पताल के स्टाफ ने कहा कि हमने उनके परिजन को बीमारी के बारे में बता दिया था.
परिवार वालों का चिकित्सक पर आरोप
परिजनों ने चिकित्सक पर कई आरोप लगाए .तभी सफाई देते हुए चिकित्सक के एक कर्मी ने साफ तौर पर कहा कि यह इल्जाम बिल्कुल गलत है .ऐसी कोई बात नहीं है .अब देखने वाली बात यह होगी कि पुलिस इस पर क्या संज्ञान लेती है क्या दोषियों को सजा मिल पाती है या फिर इसी तरह गरीब और लाचार मरीज चिकित्सकों के चंगुल में फंसकर परेशान होते रहेंगे.परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन पर ज्यादा रकम की डिमांड करने का का भी आरोप लगाया.