Monday, November 17, 2025

जबलपुर में सूर्या हाफ मैराथन, देश के वीरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दौड़े धावक

- Advertisement -

जबलपुर: रविवार की सुबह 5:30 बजे भारतीय सेना ने सूर्या हाफ मैराथन 2025 का भव्य आयोजन किया. मैराथन का यह लगातार तीसरा वर्ष है. इस साल 4 कैटेगरी में मैराथन का आयोजन किया गया. जिसमें 21 किलोमीटर, 10 किलोमीटर, 5 किलोमीटर और 3 किलोमीटर की मैराथन शामिल थी. 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन में टी-शर्ट, मेडल, सर्टिफिकेट, रिफ्रेशमेंट और हाइड्रेशन सपोर्ट दिया गया. आम जनता के साथ ही आर्मी के जवानों ने भी इस मैराथन में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. 5 किलोमीटर और 3 किलोमीटर की रेस 10 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए रखी गई थी. मैराथन में पार्टिसिपेट करने वाले सभी प्रतिभागियों को मेडल और सर्टिफिकेट प्रदान किए गए.

देश के वीरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर दौड़े लोग

अपनी सीमाओं को आगे बढ़ कर देखना ,अच्छे स्वास्थ्य को बढ़ावा देना और मन में धैर्य रख कर एक लंबा सफर, निकलते हुए पसीने और फूलती हुईं सांस के बीच खुद पर जीत की भावना का जश्न मनाना, यह खुद से मिलने का एक तरीका हैं. संस्कारधानी की खूबसूरत गलियों में लोग दौड़ते हुए इसकी सुंदरता और संस्कृति का अनुभव किए. इसके साथ ही हमारे देश के वीरों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर यात्रा पर निकलना, यह संभव हो पाता है, क्योंकि भारतीय सेना हर साल भव्य सूर्या हाफ मैराथन का आयोजन करती हैं. रन विद आर्मी उन लोगों के पास आने का एक जरिया है, जो अपने देश के लिए प्राण न्योछावर करने हमेशा तैयार रहते हैं.

ठंड का दिखा प्रभाव

जबलपुर में अभी जिस तरीके से पारा गिर रहा है ऐसे समय ओस, ठण्ड और हल्के कोहरे के बीच भी लोगों में मैराथन को लेकर उत्साह देखा गया. लोगों ने ठंड की चिंता किये बिना सुबह 4:00 बजे से उठकर अपनी दैनिक क्रिया पूरी करने के बाद कड़ाके की ठण्ड में सुबह 5:00 मैराथन आयोजन स्थल पर पहुंचे, क्योंकि मैरथन शुरु होने का समय 5:30 बजे का था. युवा, बच्चे, बूढ़े, इनके साथ ही व्यापारी, स्टूडेंट, प्रशासनिक वर्ग और परिवार के साथ या अकेले और घर से दूर सभी लोगों में उत्साह देखते ही बन रहा था. लोग मैराथन में फिनिशिंग लाइन में आकर अपनों को देखकर खुश हो रहे थे.

कहां से हुई शुरुआत, कहां हुआ अंत

सबसे पहले 21 किलोमीटर की हाफ मैराथन को ग्रीन फ्लैग दिखाया गया, जिसमे आम तौर पर पेशेवर धावक, खिलाड़ी और आर्मी के जवान दिखाई दिए. यह 21.097 किमी की हाफ मैराथन थी. इसका रूट कोबरा ग्राउंड सिविल लाइन, सदर होते हुए कटंगा क्रासिंग, बंदरिया तिराहा,जलपरी, तरंग ऑडिटोरियम, ग्रेनेडीर द्वार, लद्दाख गेट, 1 एसटीसी से एमबी के बाद आयोजन स्थल में ही आ कर इसे चेक्ड फ्लैग दिखाया गया. इसके बाद बाकि सब मैराथन को 15 मिनट के अंतराल से झंडी दिखाई गई. इसमें 10 किलोमीटर की मैराथन आयोजन स्थल से शुरु हो कर सैंट अलोयसियस, टैगोर गार्डन, अब्दुल हमीद चौक, जैक आरआरसी, मिलिट्री हॉस्पिटल होते हुए आयोजन स्थल पर संपन्न हुई. सबसे ज्यादा भीड़ 5 किलोमीटर और 3 किलोमीटर मैराथन दौड़ में देखी गई.

इनाम और विजेता

मैराथन के सभी प्रतिभागियों के आयोजन स्थल में पहुंचने के साथ ही पुरस्कार वितरण और रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन किया गया. इसमें आर्मी के जवान खास कर पैराशूट रेजीमेंट नें समा बांध दिया. सूर्या हाफ मैराथन का रिश्ता सूर्या कमांड लखनऊ से भी हैं. इसलिए बीच-बीच में आर्मी के विमानो से पुष्प वर्षा भी आयोजन स्थल में की गई. मैराथन की हर कैटेगरी में पुरस्कार रखे गए थे, इसमें ओपन कैटेगरी 21 किमी में प्रथम आने पर 1 लाख, 10 किमी में प्रथम आने पर 50 हजार और 5 किलोमीटर में जीतने पर 20 हजार का इनाम रखा गया था.

 

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news