मधुबनी (संवाददाता- अजयधारी सिंह ) Madhubani firing फुलपरास थाना क्षेत्र के सुदई रतौली गांव में हुए गोली कांड की घटना की जांच शुरु हो गई है. फुलपरास के एसडीपीओ सुधीर कुमार घटना की जांच कर रहे हैं. एसडीपीओ ने बताया की संजय झा ने भूमि विवाद में पानी बहने को लेकर दिन में 11 बजे के करीब वारदात को अंजाम दिया है. उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.

वहीं प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा की संजय झा ने ताबड़ तोड़ गोली चलाकर हार्ड वेयर व्यवसाई अशोक झा और उसकी मां सहित 5 लोगों पर गोली चला दी. जिससे अशोक झा और उसकी मां बिमला देवी की मौत हो गई. शंभू झा ,हरिओम झा और बमबम झा सहित तीन लोग घायल हो गए. जिन्हे फुलपरास हॉस्पिटल में प्राथमिक उपचार के बाद डीएमसीएच रेफर कर दिया गया. वहीं लोगों ने कहा की समय पर पुलिस आती तो संजय झा को पुलिस पकड़ सकती थी.
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Madhubani firing में हुई है दो लोगों की मौत
मृतक के परिजन चिंकू सिंह ने कहा की जमीन का नापी चल रहा था. जिसमे कुछ गुंडे बाहर से आए हुए थे. जिन्होंने गोलीबारी की, जिसमे मां बिमल देवी 65 वर्ष और 52 वर्षीय पुत्र अशोक झा की मौत घटनास्थल पर ही हो गई. जबकि घायल राकेश कुमार, शंभू झा और बम बम झा तीनों की हालत गंभीर देख कर दरभंगा मेडिकल कॉलेज अस्पताल रेफर कर दिया है. जहां उनकी चिकित्सा जारी है.
घटना का जांच में जुटी पुलिस
शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर है. दोनो मृतक का शव पोस्टमार्टम के लिए मधुबनी भेज दिया गया है. पुलिस की टीम गोली चलाने वाले की गिरफ्तारी के लिए भी छापेमारी भी कर रही है. लेकिन अभी तक किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी नही हुई है. घटना के बाद से गांव में तनाव व्याप्त है. जिसको लेकर गांव में कई थानों की पुलिस घटनास्थल पर पहुंच कर कैंप कर रही है. वहीं मृतक अशोक झा के ड्राईवर और प्रत्यक्षदर्शी बैद्यनाथ मंडल ने संजय झा को हाथ में पिस्टल लिए देखा तो वो भाग गया.
फुलपरास एसडीपीओ सुधीर कुमार ने बताया
घटना के बारे में मीडिया से बात करते हुए फुलपरास एसडीपीओ सुधीर कुमार ने कहा की घटना मंगलवार के सुबह करीब 11 बजे की है. दो पक्षों के बीच जमीन विवाद चल रहा था, जिसमें एक पक्ष के द्वारा दीवाल देने के क्रम में संजय झा द्वारा अपने चचेरे भाई अशोक झा और चाची विमला देवी की हत्या कर दी गई है. साथ ही चाचा शंभू झा और चचेरा भाई हरी ओम एवं एक ग्रामीण राकेश पासवान को भी गोली मारकर जख्मी कर दिया गया है.
संजय झा का अपराधिक इतिहास नहीं रहा है लेकिन उनके बारे में ग्रामीणों से जो जानकारी मिली है इसके मुताबिक वे थोड़े मनबढ़ू स्वभाव के इंसान हैं. घटना में प्रयोग की जाने वाली पिस्तौल के बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है,लेकिन ग्रामीणों के मुताबिक उसका लाइसेंस उसके पास नही था. साथ ही तकनीकी अनुसंधान टीम और एफएसएल की टीम को बुलाया गया है.