वैसे तो Lok Sabha Election 2024 कई चीज़ों के लिए याद किया जाएगा. लेकिन एक दूसरे पर झूठा होने का आरोप लगाने के लिए ये चुनाव सबसे ज्यादा याद किया जाएगा. आरक्षण हो या संविधान बदलने की बात पक्ष विपक्ष ऐसी-ऐसी बाते और दलीलें दी जा रही है कि जनता हैरान है कि अबतक जो उसके देखा और सुना वो सही था या आज जो बताया जा रहा है वो. एससी-एसटी और ओबीसी आरक्षण एक ऐसा ही मुद्दा है जिसपर बीजेपी कांग्रेस पर आरोप लगा रही है कि उसकी वजह से आरक्षण आने में देर हुई. वहीं बीजेपी जो मंडल आयोग के लागू होने पर सड़क पर उतरी थी और उसके एक युवा कार्यकर्ता ने खुद को आग तक लगा ली थी.
आरक्षण पर कैसे बदल गए बीजेपी का विचार
आज उसी बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष और फिलहाल देश के गृहमंत्री अमित शाह कह रहे हैं कि, “राहुल गांधी निराधार झूठ बोलकर लोगों को गुमराह करने का काम कर रहे हैं. मोदी जी ने पूरे देश के दलित, पिछड़े और आदिवासी भाई-बहनों को गारंटी दी है कि जब तक भाजपा है, आरक्षण को कोई हाथ नहीं लगा सकता. कांग्रेस पार्टी ने हमेशा एससी/एसटी और ओबीसी के आरक्षण पर हमले किए हैं.”
वीपी सिंह सरकार लाई थी मंडल कमिशन
इतना ही नहीं वो वीपी सिंह सरकार जिसने मंडल कमिशन को लागू किया था उसके मंत्री और आरजेडी सुप्रीमों लालू यादव पर आरोप लगा रहे है कि, “कांग्रेस पिछड़ा वर्ग विरोधी पार्टी है और लालू जी भी अपने बेटे को मुख्यमंत्री बनाने के लिए पिछड़ा वर्ग विरोधी कांग्रेस पार्टी की गोदी में बैठे हैं. अभी जो मंडल कमीशन के कारण आरक्षण मिला, वो 1957 में मिल जाता, लेकिन कांग्रेस ने काका कालेलकर की रिपोर्ट को रोक कर रखा और मंडल कमीशन का विरोध किया.”
बीजेपी ने खुलकर किया था आरक्षण का विरोध
अमित शाह तो अमित शाह महाराष्ट्र के सोलापुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “कांग्रेस और INDI गठबंधन वाले बहुत बौखला गए हैं इसलिए वे लगातार झूठ फैला रहे हैं कि हम संविधान बदल देंगे और आक्षरण खत्म कर देंगे. मैं पहले कह चुका हूं कि अगर खुद बाबा साहब चाहे तो भी वह संविधान और आरक्षण खत्म नहीं कर सकते. तो मोदी का तो सवाल ही नहीं उठता.”
ये वहीं मोदी है जो अपने नेताओं के संविधान बदलने के बयानों पर चुप थे आज विपक्ष के हमलों को गलत बता रहे है. ये उसी पार्टी के मुखिया है जो 2014 से पहले वादा करती थी कि आरक्षण को खत्म कर देगी.
कांग्रेस ने कभी नहीं लिया था आरक्षण लागू करने को लेकर स्टेंड
बीजेपी के इसी रुख पर गुजरात के पाटन में कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, “इनके(भाजपा) लोग कहते हैं कि हम आरक्षण खत्म कर देंगे। फिर बयान आते हैं हम आरक्षण के खिलाफ नहीं हैं। आरक्षण का मतलब है देश में गरीबों, आदिवासियों , पिछड़ो की भागीदारी होगी…आरक्षण को खत्म करने का तरीका निजीकरण, अग्निवीर है…”
आरक्षण को लेकर जिन दो पार्टियों में रार है असल में वो दोनों ही आरक्षण का श्रेय नहीं ले सकती. बीजेपी जिसने आरक्षण के खिलाफ मुखर होकर आंदोलन किया था वो आज खुद को आरक्षण का सबसे बड़ा पैरोकार बता रही है तो वहीं कांग्रेस जिसका आरक्षण को लेकर कोई स्टेंड ही नहीं था वो आज खुद को उसका रक्षक साबित करने में लगी है.