पटना :जहरीली शराब कांड के बाद अवैध शराब और बढ़ते अपराध पर शिकंजा कसने के लिए बिहार के बिहार में कई वर्षों तक काम करने वाले राजविंदर सिंह भट्टी एक बार फिर से बिहार में है और इसबार बतौर डीजीपी बन कर पहुंचे हैं. पटना पहुंचने पर राजविंदर सिंह का जोरदार स्वागत हुआ.नये डीजीपी के स्वागत के लिए पूरा पुलिस महकमा एयरपोर्ट पहुंचा.
बिहार में IPS राजविंदर सिंह क्यों लाये गये?
बिहार में बढ़ते अपराध पर नकेल कसने के लिए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नए डीजीपी को पदस्थापित कर दिया है. राजविंदर सिंह के लिए कहा जाता है कि उनका नाम सुनते ही अपराधी बिल में घुस जाते हैं.राजविंदर सिंह से जुड़े कई ऐसे किस्से हैं जो बिहार में बतौर SP रहते हुए. इन किस्सों को जानकर हर कोई बस यही कहता है कि IPS राजविंदर सिंह का नाम सुन अपराध अपना रास्ता बदल लेता है..
इनके नाम के ऐलान के साथ ही सबसे अधिक किसी बात की चर्चा जी जा रही है तो वो है इनके काम का करन का अंदाज. राजवंदर सिंह को मंगलवार से सूबे की कमान संभलाना था लेकिन ताजा जानकारी के मुताबिक उन्होने पटना पहुंचते ही कमान संभाल ली है. औपचारिक रूप से बिहार के डीजीपी का पदभार मंगलवार को ग्रहण करेंगे.
राजविंदर सिंह ने पदभार संभलाने से पहले ही बनाया रोडमैप
नाम के ऐलान के साथ मिली जानकारी के अनुसार,भट्टी ने पटना आने से पहले ही राज्य के सभी जिलों के एसपी से टॉप 10 अपराधियों की लिस्ट और जिले में अंडरवर्ल्ड को ध्वस्त करने का रोडमैप मांग लिया है. बता दें कि वर्ष 1990 बैच के आईपीएस अधिकारी भट्टी फिलहाल सीमा सुरक्षा बल में अपर महानिदेशक (पूर्वी कमांड) के पद पर तैनात थे.भट्टी का कार्यकाल 30 सितंबर 2025 तक का है.
राजविंदर सिंह कई जिलों मे रह चुके हैं एसपी(Superintendent Of Police)
राजविंदर सिंह डीजीपी बनने से पहले बिहार में पटना के सिटी एसपी के अलावा सीवान, पूर्णिया, बोकारो (अब झारखंड) समेत अन्य कई जिलों में बतौर एसपी रह चुके हैं. बाहुबली और सीवान सांसद रहे मो. शहाबुद्दीन को दिल्ली से गिरफ्तार करके लाने के कारण खासे सुर्खियों में रहे थे. इसके अलावा सारण इलाके के दबंग नेता और पूर्व सांसद प्रभुनाथ सिंह और मोकामा के पूर्व विधायक बाहुबली अनंत सिंह के बड़े भाई स्वर्गीय दिलीप सिंह पर इन्होंने अलग-अलग मामलों में शिकंजा कसा था.