Letter vs Letter: भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने गुरुवार को कांग्रेस के समकक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे पर तीखा हमला किया. दो दिन पहले खड़गे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के खिलाफ की गई टिप्पणी पर अपनी “चिंता और निराशा” व्यक्त की थी.
राहुल ने प्रधानमंत्री को डंडे से पीटने की बात कही
जे पी नड्डा ने अपने पत्र में लिखा, “खड़गे जी, चूंकि आपने अपने पत्र में selective तरीके से बात केवल राहुल गाँधी को लेकर की, इसलिए मैं उसी से अपनी बात की शुरुआत करना चाहूंगा. जिस व्यक्ति का इतिहास ही देश के प्रधानमंत्री सहित पूरे ओबीसी समुदाय को चोर कहकर गाली देने का रहा हो, देश के प्रधानमंत्री के लिए अत्यंत अमर्यादित शब्दों का प्रयोग करने का रहा हो, जिसने संसद में देश के प्रधानमंत्री को डंडे से पीटने की बात कही हो, जिसकी धृष्ट मानसिकता से पूरा देश वाकिफ हो, उस राहुल गाँधी को सही ठहराने की कोशिश आप किस मजबूरी के चलते कर रहे हैं?”
आप नित्य निरंतर failed product का बचाव कर रहे हैं
सोनिया गांधी पर भी बीजेपी अध्यक्ष ने निशाना साधा और कहा, “ये राहुल गाँधी की माताजी सोनिया गाँधी ही थी न खड़गे जी जिन्होंने मोदी जी के लिए ‘मौत का सौदागर’ जैसे अत्यंत असभ्य अपशब्दों का प्रयोग किया था? इन सभी दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक बयानों का तो आप और आपकी पार्टी के नेता महिमामंडन करते रहे! क्यों तब राजनीतिक शुचिता की बातें कांग्रेस भूल गई थी? जब राहुल गाँधी ने सरेआम ‘मोदी की छवि को खराब कर देंगे’ वाली बात कही थी तो राजनीतिक मर्यादा को किसने खंड-खंड किया था खड़गे जी? मैं ये समझता हूँ खड़गे जी कि अपने नित्य निरंतर failed product का बचाव करना और उसे महिमामंडित करना आपकी मजबूरी है लेकिन कम से कम कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते आपको इन चीजों पर आत्ममंथन भी तो करना चाहिए था.”
पीएम को कांग्रेस नेताओं ने दी गालियां गिनाई
नड्डा ने लिखा, “खड़गे जी, क्या-क्या नहीं कहा गया आपके नेताओं के द्वारा देश के प्रधानमंत्री के लिए? कभी कहा गया ‘मोदी तेरी कब्र खुदेगी’, कभी कहा गया गया ‘नीच’, कभी ‘कमीना’, कभी ‘मौत का सौदागर, कभी ‘जहरीला सांप, कभी ‘बिच्छू’, कभी ‘चूहा’, कभी ‘रावण’, कभी ‘भस्मासुर’, कभी ‘नालायक’, कभी ‘कुत्ते की मौत मरेगा’, कभी ‘मोदी को जमीन में गाड़ देंगे’, कभी ‘राक्षस’, कभी ‘दुष्ट, कभी ‘कातिल’, कभी ‘हिंदू जिन्ना’, कभी ‘जनरल डायर’, कभी ‘मोतियाबिंद का मरीज’, कभी ‘जेबकतरा’, कभी ‘गंदी नाली, कभी ‘काला अंग्रेज’, कभी ‘कायर’, कभी ‘औरंगजेब का आधुनिक अवतार’, कभी ‘दुर्योधन’, कभी ‘हिंदू आतंकवादी’, कभी ‘गदहा, कभी ‘नामर्द’, कभी ‘चौकीदार चोर है’, कभी ‘तुगलक’, कभी मोदी की बोटी-बोटी काट देंगे’, कभी ‘साला मोदी’, कभी ‘नमक हराम, कभी गंवार’, कभी ‘निकम्मा’ . यहाँ तक कि उनके माता-पिता को भी नहीं छोड़ा गया, उनका भी अपमान किया गया. आजाद भारत के इतिहास में किसी भी जननेता का अपमान कभी नहीं किया गया, जितना आपकी पार्टी के नेताओं ने देश के प्रधानमंत्री का किया. इतना ही नहीं, आपकी पार्टी के जिन नेताओं ने देश के प्रधानमंत्री को जितनी बड़ी गाली दी, उसे कांग्रेस में उतने बड़े-बड़े पद दे दिए गए. अगर मैं ऐसे उदाहरण गिनाने लग जाऊं, तो आपको भी पता है कि उसके लिए अलग से किताब लिखनी पड़ेगी. क्या ऐसे बयानों और हरकतों ने देश को शर्मसार नहीं किया, राजनीतिक मर्यादा को तार- तार नहीं किया? आप इसे कैसे भूल गए खड़गे जी?”
कांग्रेस ने सभी संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम किया और उसे कमजोर किया
जे पी नड्डा ने इसके साथ ही लिखा, “खड़गे जी, भारत के महान लोकतंत्र को सबसे अधिक अपमानित और लांछित यदि किसी ने किया है, तो वह केवल और केवल कांग्रेस पार्टी है, ये आप भलीभांति जानते और समझते हैं. ये कांग्रेस ही है जिसने देश पर आपातकाल थोपा, ट्रिपल तलाक का समर्थन किया, सभी संवैधानिक संस्थाओं को बदनाम किया और उसे कमजोर किया. आप तो अच्छी तरह से जानते हैं खड़गे जी कि किसने कहा था इस देश के संसाधनों पर पहला हक़ एक वर्ग विशेष का है? आप यह भी जानते हैं कि कांग्रेस द्वारा शासित राज्यों में कैसे दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों का हक़ मारा जा रहा है. इसलिए खड़गे जी, आपके नेता राहुल गाँधी द्वारा संचालित सत्ता स्वार्थ में डूबी कांग्रेस पार्टी की कथित मुहब्बत की दुकान में जो प्रोडक्ट बेचा जा रहा है, वह जातिवाद का जहर है, वैमनस्यता का बीज है, राष्ट्रविरोध का मसाला है, देश को बदनाम करने का केमिकल है और देश को तोड़ने का हथौड़ा है. खड़गे जी, आशा है आप, आपकी पार्टी और आपके नेता को अपने प्रश्नों के उचित उत्तर मिल गए होंगे. मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ आपको सद्बुद्धि दें और देशहित में काम करने की शक्ति दें.”
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