रायपुर में कांग्रेस के 85वें महाधिवेशन में फैसला लिया गया है कि कांग्रेस की वर्किंग कमेटी (CWC) के लिए चुनाव नहीं कराया जाएगा. CWC का गठन कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे करेंगे. महाधिवेशन (Congress 85th Convention) के पहले दिन हुई कांग्रेस की स्टीयरिंग कमेटी ने ये फैसला लिया. शुक्रवार को सीडब्ल्यूसी की बैठक में करीब 45 नेताओं ने कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) चुनाव के मुद्दे पर चर्चा करने के बाद ये फैसला लिया है. पार्टी के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने बताया कि, ‘कांग्रेस अध्यक्ष को नए सीडब्ल्यूसी के गठन के लिए अधिकृत करने के लिए सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया.’ हालांकि खबर ये भी है कि अजय माकन और दिग्विजय सिंह सीडब्ल्यूसी चुनावों के पक्ष में थे.
ये भी पढ़ें- अग्निवीरों को लेकर बिहार सरकार में मंत्री सुरेंद्र यादव के बयान पर बिफरी बीजेपी, मांगा इस्तीफा
स्टीयरिंग कमेटी की बैठक से दूर रहे सोनिया गांधी और राहुल गांधी
शुक्रवार दोपहर कांग्रेस नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी पार्टी के महाधिवेशन (Congress 85th Convention) में शामिल होने रायपुर पहुंचे. संचालन समिति की बैठक होने से पहले पहुंचने के बाद भी दोनों इसमें शामिल नहीं हुए. सोनिया गांधी और राहुल गांधी ने की गैर मौजूदगी में कांग्रेस कार्य समिति (CWC) के चुनाव नहीं कराने का फैसला लिया गाय. इसके अलावा सीडब्ल्यूसी में पूर्व अध्यक्षों और प्रधानमंत्रियों को आजीवन सदस्यता देने के लिए पार्टी ने संविधान में संशोधन करने की भी घोषणा की.
रायपुर एयरपोर्ट पहुंचने पर श्रीमती सोनिया गांधी एवं श्री राहुल गांधी का स्वागत किया। pic.twitter.com/8IrGSjvssR
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) February 24, 2023
बदला जाएगा कांग्रेस का संविधान ?
कांग्रेस पार्टी के संविधान के 16 अनुच्छेदों और 32 नियमों में संशोधन करेगी और उनमें से एक पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष और एक पूर्व प्रधानमंत्री को कांग्रेस कार्य समिति (CWC) के स्थायी सदस्य रूप में नियुक्त करने का भी होगा.
यदि प्रस्ताव पारित हो जाता है तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी सीडब्ल्यूसी के सदस्य बन सकेंगे और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को भी पार्टी के शीर्ष निर्णय लेने वाली समिति के स्थायी सदस्य बन सकेंगे.
हमारे सामने ये एक बड़ी चुनौती भी है और एक बड़ा अवसर भी-खड़गे
महाधिवेशन (Congress 85th Convention) की शुरुआत करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि “हमारे सामने ये एक बड़ी चुनौती भी है और एक बड़ा अवसर भी है. यहां से हमारा सार्थक संदेश करोड़ों साथियों तक एक नई ऊर्जा के साथ पहुंचेगा तो वो कार्यकर्ता उसे गांव-गांव उसे पहुंचा कर जनता का विश्वास हासिल करने में कामयाब होंगे. हम जो फैसले लेंगे वो कन्याकुमारी से कश्मीर तक हमारी पार्टी के भविष्य का एक मजबूत आधार बनेंगे.”
खड्गे ने कहा कि “हमारा महाधिवेशन (Congress 85th Convention) ऐसे दौर में हो रहा है, जब इस देश के सामने कई गंभीर चुनौतियां खड़ी हैं. लोकतंत्र और संविधान पर खतरा मंडरा रहा है. संसदीय संस्थाएं भी गंभीर संकट से जूझ रही हैं. राजनीतिक गतिविधियों पर भी पहरेदारी हो रही है. इस नाते हमें बहुत सोच विचार कर तथ्यों के साथ अपने विचारों को आगे बढाना है क्योंकि इस महाधिवेशन पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई हैं.”