Sunday, September 8, 2024

Karnataka Roundup: कर्नाटक में कांग्रेस की आंधी, भावुक हुए शिवकुमार और सिद्धारमैया, राहुल गांधी बोले-पूरे करेंगे वादे

कर्नाटक में कांग्रेस बड़ी जीत की तरफ बढ़ रही है. रुझानों में पार्टी को 136 सीट के करीब मिलती दिख रही है. कांग्रेस की इस बड़ी जीत पर दिल्ली से लेकर कर्नाटक ही नहीं बल्कि तेलंगाना, बंगाल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, राजस्थान तक में कांग्रेस नेता और कार्यकर्ता जश्न मना रहे हैं.
कर्नाटक में जीत पक्की होने के बाद कांग्रेस के पूर्व सांसद राहुल गांधी दिल्ली में मीडिया के सामने आए. राहुल ने कहा, “कर्नाटक में नफ़रत का बाजार बंद हुआ है, मोहब्बत की दुकान खुली है. कर्नाटक की जनता से हमने 5 वादे किए थे. हम इन वादों को पहले दिन पहली कैबिनेट में पूरा करेंगे.”

कर्नाटक के नेता हुए भावुक

कांग्रेस के कर्नाटक नेताओं के लिए ये जीत कितनी अहम थी इस बात का अंदाज़ा आप इस बात से लगा ले कि कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से लेकर प्रदेश अध्यक्ष डी के शिवकुमार और पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया सब कैमरे के सामने रो पड़े.
जहां कांग्रेस की जीत पक्की हुई वहां ये चर्चा भी चल पड़ी कि अगला मुख्यमंत्री कौन. तो पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने तो अपनी दावेदारी पेश नहीं की पर उनकी ओर से उनके बेटे ने ये काम किया. सिद्धारमैया के बेटे और कांग्रेस नेता यतींद्र सिद्धारमैया ने कहा कि एक बेटे के रूप में मैं चाहता हूं कि वह(सिद्धारमैया) सीएम बनें और एक नागरिक के रूप में भी मैं चाहता हूं कि वह सीएम बनें क्योंकि इस जीत में उनका बहुत बड़ा योगदान है.
वहीं मुख्यमंत्री पद के दूसरे दावेदार डी के शिवकुमार तो जीत पक्की होते ही भावुक हो गए. उन्होंने आखों में आंसू भर कहा कि मैं अपने कार्यकर्ताओं और अपनी पार्टी के नेताओं को श्रेय देता हूं जिन्होंने इतनी मेहनत की है. लोगों ने झूठ का पर्दाफाश किया है. मैंने राहुल गांधी, सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी को जीत का आश्वासन दिया था. मैं भूल नहीं सकता जब सोनिया गांधी मुझसे जेल में मिलने आई थी तब मैंने पद पर रहने के बजाय जेल में रहना चुना. पार्टी को मुझपर इतना भरोसा था.

कर्नाटक की जीत ने छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के कार्यकर्ताओं में भरा उत्साह

वैसे जीत भले कर्नाटक में मिली हो लेकिन जश्न देश भर में मनाया गया. कर्नाटक जीत का जश्न दिल्ली और कर्नाटक के बाद सबसे ज्यादा छत्तीसगढ़ में मनाया गया. अगले विधानसभा चुनावों के दौर में छत्तीसगढ़ में भी चुनाव होने हैं. इसलिए यहां के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कर्नाटक कांग्रेस की जीत से कुछ ज्यादा ही उत्साहित हैं. पहले उन्होंने कहा कि मोदी जी ने खुद को आगे रखकर वोट मांगा था तो यह मोदी जी की हार है. बजरंग बली की गदा भ्रष्टाचारियों के सिर पर पड़ी और भाजपा सरकार वहां से निपट गई. भूपेश बघेल इतने खुश हुए कि हनुमान मंदिर पूजा करने भी पहुंच गए.

वहीं अगली बार चुनाव में जाने वाले प्रदेश मध्य प्रदेश के नेता जीत के बावजूद कुछ घबराए हुए भी लगे. कमलनाथ ने कहा कि- कांग्रेस का बहुत अच्छा प्रदर्शन रहा है. निश्चित तौर पर कर्नाटक में कांग्रेस की सरकार बनेगी लेकिन भाजपा का प्रयास रहेगा कि अन्य पार्टियों से मिलकर खरीद फरोख्त करें. वैसे कमलनाथ की चिंता जायज भी है. बीजेपी ने उनकी सरकार जो चुरा ली थी.
वैसे चुनाव के नतीजों के साथ रिज़ॉर्ट बुक होने की बात किसी भी लोकतंत्र के नाम पर धब्बा है. जब शनिवार सुबह लग रहा था कि कांग्रेस को पूर्ण बहुमत मिलते-मिलते रह जाएगी तब खबरें आने लगी की हैदराबाद में कांग्रेस ने रिज़ॉर्ट बुक किया है. बेंगलोर में हेलिकॉप्टर तैयार है. ऑपरेशन लोटस सोशल मीडिया पर ट्रेंड करने लगा. दावे होने लगे कि सरकार सिर्फ 6 महीने चलेगी फिर बीजेपी सत्ता पर काबिज होगी. हद तो ये है कि टीवी न्यूज़ चैनल भी इन खबरों को ऐसे चला रहे थे जैसे लोकतंत्र में मैनडेट चोरी होना कोई आम बात है.

क्या 2024 के लिए मिल का पत्थर साबित होगी कर्नाटक की जीत

बात अगर 2024 की करें तो विपक्षी पार्टियों ने भी जी भरके कर्नाटक की हार पर बीजेपी को घेरा. उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि, अगर कांग्रेस कर्नाटक में जीत रही है तो यह PM मोदी और अमित शाह की हार है।अपनी हार को देखते हुए उन्होंने बजरंग बली को मैदान में उतारा लेकिन उनकी गदा भाजपा पर ही पड़ गई। कर्नाटक में वही हो रहा है जो 2024 में होगा. वहीं जेडीयू नेता नीरज कुमार की प्रतिक्रिया भी सामने आई. नीरज कुमार ने तंज कसते हुए बीजेपी पर हमला बोला है. उन्होंने कहा, ”बजरंग बली नाराज हो गए. आज शनिवार का दिन है, शनि का साढ़े-साती सवार हो गया.”
नीरज कुमार ने आगे कहा, ”धर्म और राजनीति को जो मिलाने की तैयारी थी, उसके खिलाफ जनता ने जनादेश दिया है. दूसरी बात- नरेंद्र मोदी रोड शो करते हैं 26 किलोमीटर का, पहले के प्रधानमंत्री रोड शो नहीं करते थे, रैली करते थे. आइडेंटिटी पॉलिटिक्स की धर्म के नाम पर, बजरंग बली के नाम पर, पहले राम का किया… और ऐसी स्थिति हो गई कि कोई जय श्रीराम का नारा लगाया है तो डर लग जाता है कि कहीं गोली तो नहीं मार देगा. एक नया नैरेटिव सेट हो गया.”
वहीं बंगाल की मुख्यमंत्री जो कांग्रेस के साथ गठबंधन में भी नहीं हैं उन्होंने भी कांग्रेस की जीत पर खुशी जताई और कहा, “अहंकार, दुर्व्यवहार, एजेंसी पॉलिटिक्स के ख़िलाफ लोगों ने वोट टू नो बीजेपी आह्वान किया. मैं कर्नाटक की जनता, मतदाताओं को सैल्यूट करती हूं और कांग्रेस पार्टी को जीत की बधाई देती हूं. अब छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश के चुनाव हैं यहां भी भाजपा को शिकस्त मिलेगी.”

यानी कर्नाटक की जीत कांग्रेस के साथ-साथ विपक्षी एकता के लिए भी संजीवनी साबित होगी. वहीं अगर बात बीजेपी करें तो इस हार का सबसे बड़ा नतीजा ये है कि अब बीजेपी दक्षिण भारत में साफ हो गई है. कर्नाटक जो उसके लिए दक्षिण भारत का एकमात्र द्वार था वो बंद हो गया है.

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news