JPC on Waqf Bill: शुक्रवार को दिल्ली में वक्फ संशोधन विधेयक जेपीसी की दूसरी बैठक शुरु हो गई है. जेपीसी अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदंबिका पाल, AIMIM सांसद असदुद्दीन ओवैसी , आप सांसद संजय सिंह, भाजपा सांसद अपराजिता सारंगी, टीएमसी सांसद कल्याण बनर्जी और बीजेपी सांसद राधा मोहन दास WAQF (संशोधन) विधेयक, 2024 पर संयुक्त संसदीय समिति की बैठक के लिए पहुंचे हैं
सभी वक्फ बोर्ड को बुलाएंगे, जिससे सभी के राय इसमें मिल जाए- जगदंबिका पाल
बैठक से पहले वक्फ संशोधन विधेयक जेपीसी अध्यक्ष और भाजपा सांसद जगदंबिका पाल ने कहा, “हमने पहली बैठक में भी कहा था कि अगर सरकार ने वक्फ संशोधन 2024 को जेपीसी के पास भेजा है, तो हम देश के सभी वक्फ बोर्ड को बुलाएंगे, जिससे सभी के राय इसमें मिल जाए…सरकार का मानना है कि एक बेहतर वक्फ संशोधन बिल आए… ऑल इंडिया सुन्नी जमीअतुल, ऑल इंडिया मुस्लिम सिविल लिबर्टीज के पूर्व सांसद दीप साहब को बुलाया गया है, साथ ही यूपी और राजस्थान के दो सुन्नी वक्त बोर्ड को भी बुलाया गया है…हम सभी सदस्य से मिलकर एक व्यापक बिल लाएंगे जो इस वक्फ संशोधन बिल के लिए और देश के लिए बेहतर हो..”
JPC on Waqf Bill: पहली बैठक में क्या हुआ था
22 अगस्त को हुई वक्फ संशोधन विधेयक जेपीसी की पहली बैठक में में अल्पसंख्यक मामलों और कानून मंत्रालय के अधिकारियों ने उन्हें मसौदा कानून में प्रस्तावित विभिन्न संशोधनों के बारे में जानकारी दी.
जानकारी के मुताबिक, बैठक में कई बार तीखी नोकझोंक भी हुई, लेकिन विभिन्न दलों के सदस्यों ने कई घंटों तक बैठक की और विधेयक के प्रावधानों पर अपने विचार दर्ज किए, सुझाव दिए और स्पष्टीकरण मांगे.
तृणमूल कांग्रेस के कल्याण बनर्जी, आप के संजय सिंह, ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के असदुद्दीन ओवैसी और डीएमके के ए राजा के साथ कुछ अन्य विपक्षी सदस्यों ने कलेक्टर को अधिक अधिकार देने और वक्फ बोर्ड में गैर-मुस्लिम सदस्यों को शामिल करने के कदम सहित कई खंडों की आवश्यकता पर सवाल उठाए.
सूत्रों ने बताया कि समिति में विपक्ष के कई सदस्यों ने सरकार की मंशा पर भी सवाल उठाए और आरोप लगाया कि विधेयक में ऐसे प्रावधान हैं जो “असंवैधानिक” हैं और मुस्लिम समुदाय के “हितों के लिए हानिकारक” हैं.
इसपर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सदस्यों और राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में उसके सहयोगियों ने भी विरोध किया.