Jiten Sahni Murder Case : विकासशील इंसाफ पार्टी (VIP) के चीफ मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी के पिता के हत्यारे को पुलिस ने गिरफ्तार पर लिया है. पुलिस के मुताबिक गांव के ही एक 40 साल के कासिम अंसारी ने अपना अपराध कबूला है. दरभंगा पुलिस ने 24 घंटे में मामले में आरोप को गिरफ्तार करके बड़ी सफलता पाई है. आरोपी की गिरफ्तारी के बारे में दरभंगा के एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने मीडिया को दी.
VIDEO | “One person has been arrested for the murder of Jitan Sahani, father of Mukesh Sahani, on the intervening night of July 15 and July 16. The accused has taken out a loan and the interest on this was increasing. He had to mortgage his land papers…Three days ago, he had an… pic.twitter.com/6QdWHiOsEj
— Press Trust of India (@PTI_News) July 17, 2024
Jiten Sahni Murder Case को पुलिस ने 24 घंटे में सुलझाया
मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी की बीते 16 जुलाई को उनके अपने घर में ही जघन्य तरीके से हत्या की गई थी. पुलिस शुरु से ही इस मामले में किसी निजी दुश्मनी का अंदाजा लगा रही थी. हत्या के बाद राज्य में कानून व्यवस्था पर उठे सवाल के बीच पुलिस ने मामले की जांच को लिए SIT का गठन किया. आईपीएस काम्या मिश्रा के नेतृत्व में दरभंगा पुलिस ने तीन सदस्यीय टीम बनाई . इस टीम ने 24 घंटे के अंदर मामले को सुलझा दिया है और आरोपी कासिम अंसारी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
आरोपी कबूला गुनाह, बताई हत्या की वजह – पुलिस
मामले का खुलासा करते हुए एसएसपी जगुनाथ रेड्डी ने बताया कि आरोपी कासिम अंसारी ने मुकेश साहनी के पिता से डेढ लाख रुपया कर्ज लिया था. कासिम अंसारी ने कर्ज चुका ना पाने के कारण जीतन साहनी की हत्या कर दी. एसएसपी जगुनाथ रेड्डी के मुताबिक आरोपी कासिम अंसारी ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है और पूछताछ में घटना के बारे में विस्तार से जानकारी दी.
कौन है कासिम अंसारी, जीतन सहनी से क्या थी दुश्मनी ?
आरोपी कासिम अंसारी मुकेश सहनी के गांव बिरौल थाने के अफजला गांव का रहने वाला है. उसने मुकेश सहनी के पिता जीतन सहनी से 50 -50 हजार की तीन किश्त में डेढ़ लाख रुपए कर्ज लिया था, और पैसे के बदले में अपनी जमीन उनके पास गिरवी रखी थी. कासिम अंसारी ने पुलिस के बाताय कि वो जीतन सहनी का कर्ज नहीं उतार पा रहा था तो उसने कर्ज उतारने के लिए जीतन सहनी के घर जाकर उन्हें धमकाने का प्लान बनाया.इसके लिए वो सोमवार (15 जुलाई ) की रात करीब डेढ़ बजे अपने कुछ साथियो के साथ जीतन सहनी के घर में पीछे के दरवाजे से घुसा.घर में अंदर की तरफ से दरवाजे में लॉक नहीं लगा था. घर में घुसने के बाद आरोपी कासिम ने घर में सो रहे जीतन साहनी को उठाया और उनसे जमीन औऱ अपने कर्ज के कागजात मांगे. इसपर जीतन साहनी ने कागज देने से इंकार कर दिया. कागज देने से इंकार करने के बाद आरोपी का उनसे विवाद हो गया. इसी वाद विवाद के दौरान काजिम ने जीतन सहनी पर चाकू से वार करना शुरु कर दिया . कासिम के साथियों ने उनके हाथ पैर पकड़े और कासिम ने निर्ममता से ताबड़तोड़ चाकूबाजी करके जीतन साहनी की हत्या कर दी. हत्या करने के बाद कासिम और उसके साथ आये लोगों ने घर में कर्ज कागजात ढूढ़े, लेकिन अलमारी की चाबी ना मिलने पर उन्होंने पूरी अलमारी को पानी में फेंक दिया ताकि उसमे रखे कागजात पानी मे गल कर खत्म हो जायें. अलमारी को घर के पीछे तलाब में फेंक कर आरोपी अपने साथियों के साथ फरार हो गया. दरभंगा एसएसपी जगुनाथ रेड्डी के मुताबिक कासिम ने पूछताछ में अपने साथियो के नाम बताये हैं , अब उनकी खोजबीन का जा रही है.
घर के पीछे बने तालाब में हथियार की खोज
आरोपी की निशानदेही पर पुलिस तलाब में हथियार की खोज कर रही है. पुलिस को आशंका है कि हथियार इसी तालाब में फेंके गये होंगे. शुरुआती जांच में पुलिस को तालाब से लाल बक्शा मिल गया है.