Jharkhnd Chunav 2024 : कहते हैं दूध का जला छाछ भी फूंक फूंक कर पीता है. भले ही 2024 लोकसभा चुनाव के बाद विपक्ष की उम्मीदों पर पानी फेरते हुए पल्टू राम यानी नीतीश कुमार ने बीजेपी और पीएम मोदी का हाथ थामे रखा. विपक्ष और इसके समर्थक नीतीश कुमार से पलटने की गुहार लगाते रहे लेकिन नीतीश कुमार केंद्रीय मंत्रिमंडल में बिना कुछ ज्यादा लिए भी प्रधानमंत्री मोदी के वफादार बने रहे.लेकिन अब लगता है कि पल्टू चाचा का मन करवट लेने का होने लगा है. भले ही वो बीजेपी को दिल्ली और बिहार में झटका नहीं दें लेकिन झारखंड में चाचा दूसरे खाली हाथ से बीजेपी के विरोधियों को संभालने का काम कर सकते है.
Jharkhnd Chunav 2024: बीजेपी की बढ़ी टेंशन
साल के अंत में होने वाले झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियां जोड़ तोड़ में लगी है. एक तरफ जेल से छूटकर आए हेमंत सोरेन बीजेपी के लिए बड़ी चुनौती बने हुए है तो दूसरी तरफ भारतीय जनतंत्र मोर्चा (बीजेएम) के प्रमुख और बीजेपी के पूर्व नेता सरयू राय की बिहार के सीएम नीतीश कुमार से मुलाकात बीजेपी की टेंशन बढ़ा सकती है. शनिवार को सीएम नीतीश कुमार से पटना में मुलाकात के बाद सरयू राय ने न्यूज एजेंसी पीटीआई से कहा, कि वह झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव के लिए बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के साथ गठबंधन की संभावना ‘तलाश’ रहे हैं.
सरयू राय से मिले नीतीश कुमार
पांच साल पहले नाराजगी के चलते झारखंड में बीजेपी का साथ छोड़ बीजेएम बनाने वाले पूर्व मंत्री सरयू राय ने साल 2019 के विधानसभा चुनाव में तत्कालीन मुख्यमंत्री रघुवर दास को हराकर अपनी राजनीति का लोहा मनवा लिया था. ऐसे में झारखंड में जेडीयू के साथ उनका गठबंधन बीजेपी के लिए खतरे की घंटी साबित हो सकता है.
वैसे सिर्फ सरयू राय ही नहीं नीतीश कुमार के करीबी मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भी बीजेएम से बातचीत को लेकर बड़ा बयान दिया है. मंत्री ने कहा, ‘हां, राय ने मुख्यमंत्री से मुलाकात की और दोनों ने आगामी झारखंड विधानसभा चुनावों से जुड़े मुद्दों पर चर्चा की. जब दो नेता मिलते हैं, तो राजनीतिक बातचीत होती है.’
जेडीयू ने कहा-नीतीश के अच्छे दोस्त हैं सरयू राय
भले ही मंत्री विजय चौधरी ने गठबंधन को लेकर कुछ कहने से परहेज किया हो लेकिन उन्होंने सरयू राय को नीतीश कुमार का अच्छा दोस्त ज़रुर बताया. विजय कुमार चौधरी ने कहा ‘मैं केवल इतना कह सकता हूं कि राय जेडीयू प्रमुख के बहुत अच्छे दोस्त हैं.’
वैसे जबसे 2022 में जेडीयू ने बीजेपी का साथ छोड़ महागठबंधन बनाया था तबसे सीएम नीतीश कुमार ये साफ कर चुके हैं की वो बीजेपी पर आंख बंद कर भरोसा नहीं करने वाले है. ऐसे में झारखंड में बीजेपी के विरोधियों से उनका गठबंधन बीजेपी नेतृत्व पर नकेल कसने की एक कवायद के तौर पर देखा जा सकता है. वैसे भी नीतीश कुमार उन नेताओं में से है जो एक जगह ज्यादा देर नहीं टिकते हैं.