जन सुराज यात्रा के 12 दिन हो गए हैं. 12वें दिन प्रशांत किशोर पश्चिम चंपारण के मैनाटांड़ से चल कर बलथर पहुंचे.उनके साथ सैकड़ों पदयात्री भी थे.सबलोग लगभग 17 किलोमीटर पैदल चल कर पहुंचे थे.
दिन की शुरुआत सर्व धर्म प्रार्थना से हुई इसके बाद पदयात्रा आगे बढ़ते हुए बेलवा टोला गांव पहुंची, जहां प्रशांत किशोर सहित सभी पदयात्रियों का स्वागत किया गया. इसके बाद प्रशांत किशोर ने स्थानीय पंचायती राज व्यवस्था के जनप्रतिनिधियों, महिलाओं, युवाओं के साथ जन सुराज के विचार पर चर्चा की. जहां स्थानीय महिलाओं ने इंदिरा आवास के मकान नहीं मिल पाने की समस्या से प्रशांत किशोर को अवगत कराया. साथ ही प्रशांत किशोर ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि अपना घर परिवार छोड़कर निकले हैं, जब तक बिहार के सारे गांव,पंचायत, शहर घूम न लें, जनता से मिलकर उनकी समस्याओं को समझ न लें, तब तक अपने घर वापस नहीं लौटेंगे.
जन सुराज मतलब जनता का राज, ना की लालू, नीतीश या मोदी का राज
पखुवा पूर्वी के स्थानीय लोगों के साथ जन सुराज विचार पर बात करते हुए प्रशांत किशोर बोले कि जन सुराज का मतलब जनता का सुंदर राज ना कि लालू, नीतीश या मोदी का राज. उन्होंने आगे कहा कि अगर एक बार मौका मिल गया तो जितना बिहार के लोग बाहर काम कर रहे हैं, उन्हें बिहार में वापस लाकर 15 से 20 हजार के रोजगार की व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी.