Bihar bypolls: सोमवार को उच्चतम न्यायालय ने नवगठित जन सुराज पार्टी की उस याचिका को खारिज कर दिया जिसमें बिहार में परसों होने वाले उपचुनाव को स्थगित करने की मांग की गई थी.
चुनाव रणनीतिकार से राजनेता बने प्रशांत किशोर द्वारा गठित पार्टी ने छठ पूजा त्योहार के कारण इस प्रदेश में उपचुनाव को स्थगित करने की मांग की थी.
Bihar bypolls: हस्तक्षेप करने के लिए बहुत देर हो चुकी है-कोर्ट
न्यायमूर्ति सूर्यकांत और न्यायमूर्ति उज्जल भुइयां की पीठ ने याचिकाकर्ता की ओर से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी से कहा, “हस्तक्षेप करने के लिए बहुत देर हो चुकी है. न्यायालयों को ऐसे मामलों (मतदान की तिथि पुनर्निर्धारित करना) में हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए. उपचुनावों के लिए सभी व्यवस्थाएं कर ली गई हैं.”
जन सुराज को लगाई कोर्ट ने फटकार
जन सुराज को फटकार लगाते हुए पीठ ने यह भी कहा कि मतदान की तिथि को लेकर किसी अन्य पार्टी को कोई समस्या नहीं है. पीटीआई के अनुसार न्यायाधीशों ने कहा, “केवल आपको (जन सुराज को) समस्या है. आप एक नई राजनीतिक पार्टी हैं, आपको इन उतार-चढ़ावों को समझने की जरूरत है.” सिंघवी ने चुनाव आयोग द्वारा धार्मिक आयोजनों के आधार पर उत्तर प्रदेश, पंजाब और केरल में मतदान की तिथियां आगे बढ़ाने का हालिया उदाहरण दिया.
उन्होंने तर्क दिया, “छठ पूजा के बावजूद बिहार चुनाव में ऐसा नहीं हुआ. बिहार में छठ पूजा से ज़्यादा महत्वपूर्ण कोई दूसरा त्योहार नहीं है.”
उपचुनाव में 4 सीटों पर लड़ रही है जनसुराज
बुधवार को राज्य में रामगढ़, तरारी, बेलागंज और इमामगंज विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव होंगे. मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी.
किशोर के नेतृत्व वाली पार्टी ने अपने पहले चुनावी मुकाबले में सभी चार निर्वाचन क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार उतारे हैं. इसने रामगढ़ से सुशील कुशवाह, तरारी से किरण सिंह, बेलागंज से मोहम्मद अमजद और इमामगंज से जितेंद्र पासवान को टिकट दिया है.