मंगलवार को भी लोकसभा की कार्रवाई जब 2 बजे फिर शुरु हुई तो राजेंद्र अग्रवाल सभापति की कुर्सी पर बैठे और एक के बाद एक मंत्रियों ने कार्यसूची में शामिल आइटम के प्रपत्र सदन के पटल पर रखना शुरु किया. इस दौरान विपक्ष “We want JPC” के नारे लगा रहा था. इस बीच अध्यक्ष राजेंद्र अग्रवाल ने केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर के लिए बजट पारित कराने में कामयाब रहे. साथ ही जम्मू से बीजेपी सांसद जुगल किशोर शर्मा ने इसके लिए वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और उनकी टीम का इस बजट के लिए धन्यवाद भी दिया. इसके बाद अध्यक्ष ने सदन को स्थगित करते हुए सांसदों को विभिन्न त्योहारों की शुभकामनाएं दीं और कहा कि त्योहार में भाग लेने के लिए कई सदस्यों के अनुरोध पर, सदन में बुधवार को बैठक नहीं होगी और इसके बजाय 23 मार्च को बैठक होगी.
संसद को चलने देने को लेकर अध्यक्ष ने बुलाई थी बैठक
मंगलवार को भी सुबह हंगामा होने के बाद दोनों सदनों को दोपहर 2 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया था. जिसके बाद लोकसभा और राज्यसभा अध्यक्ष दोपहर एक बजे संसद की कार्यवाही को लेकर सर्वदलिये बैठक बुलाई. लेकिन कुछ विपक्षी दलों के इस बैठक का बहिष्कार करने के चलते बैठक बेनतीजा रही.
बीजेपी ने लगाया सदन का अपमान करने का आरोप
वहीं विपक्ष के बैठक का बहिष्कार करने से नाराज़ केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि, “ आज विपक्ष ने फिर एक बार पूरे सदन का अपमान किया है. आज राज्यसभा अध्यक्ष ने सर्वदलीय बैठक बुलाई थी. दुर्भाग्य की बात है कि कुछ प्रमुख विपक्षी दलों ने उसका बहिष्कार किया. अध्यक्ष ने कोशिश की समाधान हो और सदन चले. उनका भी अपमान विपक्षी दलों ने किया है.”
कांग्रेस ने कहा बीजेपी ने खड़गे को बोलने नहीं दिया
हलांकि बीजेपी के आरोप के जवाब में कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि, “जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा कि, आज सुबह राज्यसभा के सभापति ने विपक्ष के नेता खड़गे जी को बोलने की अनुमति दी. वह अपनी बात रखने के लिए उठे लेकिन BJP सांसदों ने नारेबाजी करके उन्हें बोलने नहीं दिया. इसके बाद सभापति ने राज्यसभा को स्थगित कर दिया। यदि मोदी सरकार का ऐसा व्यवहार रहा तो गतिरोध कैसे टूटेगा?”
ये भी पढ़ें- Rahul Gandhi: राहुल गांधी ने लोकसभा स्पीकर को लिखा पत्र- कहा रविशंकर प्रसाद की तरह मुझे भी बोलने का मौका मिले