कांग्रेस अध्यक्ष पद को लेकर छाये रहस्य के बादल छटने लगे है. भारत छोड़ो यात्रा में शामिल होने गए राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने साफ कर दिया है कि राहुल गांधी या फिर कोई भी गांधी परिवार का सदस्य इस बार कांग्रेस का अध्यक्ष नहीं होगा.
राहुल गांधी ने कांग्रेस अध्यक्ष बनने से किया इनकार
गहलोत ने केरल के कोच्चि में मीडिया से बात करते हुए कहा कि मैंने राहुल गांधी को बहुत समझाया पर वह नहीं माने, गेहलोत ने कहा “जब सब कांग्रेस कमेटी ये प्रस्ताव पास कर रही हैं कि आपको(राहुल गांधी) अध्यक्ष बनना चाहिए तो फिर आप उसे स्वीकार कीजिए. मैंने उनसे काफी बात करने की कोशिश की. उनका कहना है कि हमने फैसला कर लिया कि इस बार कोई गांधी परिवार का व्यक्ति उम्मीदवार नहीं बनेगा”
जब सब कांग्रेस कमेटी ये प्रस्ताव पास कर रही हैं कि आपको(राहुल गांधी) अध्यक्ष बनना चाहिए तो फिर आप उसे स्वीकार कीजिए। मैंने उनसे काफी बात करने की कोशिश की। उनका कहना है कि हमने फैसला कर लिया कि इस बार कोई गांधी परिवार का व्यक्ति उम्मीदवार नहीं बनेगा: राजस्थान CM अशोक गहलोत, कोच्चि pic.twitter.com/tmu4DfjZs4
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 23, 2022
अशोक गहलोत लड़ेंगे कांग्रेस अध्यक्ष पद का चुनाव
राजस्थान के मुख्यमंत्री ने साफ किया की राहुल गांधी के मना करने के बाद अब वह अपना नामांकन करेंगे. उन्होंने मीडिया से कहा “तारीख तो मैं अभी जाकर पक्की करूंगा. ये तय है कि मैं चुनाव लड़ूंगा (कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए). जो हालात देश के हैं उसके लिए प्रतिपक्ष का मजबूत होना बहुत जरूरी है और उसके लिए हम कोई कसर नहीं छोड़ेंगे”
अशोक गहलोत है सोनिया गांधी की पहली पसंद
कहा जा रहा है कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत 10 जनपथ यानी सोनिया गांधी की पहली पसंद है. गांधी परिवार के पुराने वफादार अशोक गहलोत फिलहाल पार्टी में ऐसे अकेले वरिष्ठ नेता हैं जो जी-23 ग्रुप के मुकाबले खड़े हो सकते है. अशोक गहलोत की खासियत ये बताई जाती है कि वह कभी सोनिया गांधी और राहुल गांधी की बात को काटते नहीं हैं. इसके साथ ही वह हमेशा मुश्किल के समय पार्टी के साथ खड़े रहे है. कहा जा रहा है कि अशोक गहलोत के लिए अध्यक्ष पद का चुनाव बहुत आसान होने वाला है, उनकी जीत पक्की बताई जा रही है.
राजस्थान नहीं छोड़ना चाहते थे गहलोत
राजस्थान छोड़ केंद्र में आना अशोक गहलोत के लिए आसान फैसला नहीं है. राजस्थान की राजनीति पर अशोक गहलोत की मजबूत पकड़ है. उनके केंद्र आने से वो पकड़ हल्की होने और राजस्थन में पयलट गुट के हावी हो जाने का खतरा है. गहलोत नहीं चाहते की सचिन पयलेट राजस्थान के मुख्यमंत्री बने, खबर ये भी है कि इसके लिए उन्होंने कांग्रेस आलाकमान के सामने शर्म भी रखी है. बताया जा रहा है की गहलोत अपने बाद विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी को मुख्यमंत्री बनते देखना चाहते हैं.