Sunday, September 8, 2024

Tunnel Collapse में वर्टिकल होल निकालेगा मजदूरों को बाहर

उत्तराखंड:उत्तरकाशी में निर्माणाधीन टनल Tunnel Collapse के धंसने के बाद अंदर फंसे मजदूरों को निकालने के लिए 12 नवंबर से रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है.लेकिन 8 दिन बाद भी जिला प्रशासन और आपदा प्रबंधन विभाग की टीम को अंदर फंसे लोगों को रेस्क्यू करने में सफलता नहीं मिली है. अब राहत बचाव दल इन मजदूरों तक पहुंचने के लिए दूसरा रास्त बनाने की तैयारी में हैं.

Tunnel Collapse के कारण 8 दिन से अंदर फंसे हैं 40 मजदूर

टनल के अंदर 40 मजदूर फंसे हैं.बताया जा रहा है कि सिलक्यारा साइड से 179 मीटर आगे सुरंग का 65 मीटर हिस्सा टूटा है.शनिवार को बचाव के दौरान सुरंग में एक धमाके की आवाज़ के बाद रेस्क्यू के कम को रोक दिया गया था.

Tunnel Collapse
Tunnel Collapse

Tunnel Collapse में वर्टिकल होल निकालेगा मजदूरों को बाहर

शुक्रवार को सुरंग में से कुछ चटकने की आवाज़ आने के बाद  दहशत का माहौल फैल गया.सुरंग से धमाके की आवाज़ के बाद ये आशंका जताई जाने लगी सुरंग का एक और हिस्सा धंस सकता है.सरकार की हाईवे और इंफ्रास्ट्रक्चर कंपनी NHIDCL ने बताया कि शुक्रवार देर शाम कुछ चटकने जैसी आवाज़ आई जिसके बाद सुरंग में दहशत का माहौल हो गया.डर जताया जाने लगा सुरंग की छत गिर सकती है.इसलिए सिलक्यारा सुरंग हादसे के सातवें दिन शनिवार को अधिकारियों ने अब उस पहाड़ी के उपर से एक वर्टिकल होल बनाने के लिए ड्रिलिंग करने की तैयारियां शुरू कर दीं.इसके साथ ही बचाव दल में शामिल अधिकारी रेडियो के ज़रिए सुरंग में फंसे मज़दूरों से संपर्क बनाए हुए हैं.

चार-पांच दिन में अच्छे नतीजे आएंगे

सिलक्यारा में भूस्खलन के बाद से 40 मजदूर सुरंग के अंदर फ़ंस गए. यहां की मिट्टी बहुत सॉफ्ट  बताई गई है .जिसकी वज़ह से यह हादसा हुआ.टनल के अंदर उत्तराखंड, हिमाचल, बिहार, पश्चिम बंगाल, असम, झारखंड और ओडिशा के मजदूर फंसे हैं. मजदूरों के परिजनों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है.प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार और वर्तमान में उत्तराखंड सरकार में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी भास्कर खुल्बे ने सिल्क्यारा में कहा कि ठोस प्रयासों से चार-पांच दिन में अच्छे नतीजे आएंगे. उन्होंने कहा, लेकिन अगर भगवान की कृपा रही तो यह उससे पहले भी हो सकता है.इस घटना की जानकारी के लिए देश के प्रधानमंत्री मोदी ने भी मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से बातचीत की थी.

 

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