उत्तर प्रदेश ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 (UPGIS-2023) प्रदेश की अर्थव्यवस्था को पंख लगाने का काम करने जा रहा है. इंवेस्टर्स समिट के पहले ही दिन कुल 18643 के एमओयू साइन किए गए साथ ही इंवेस्टर्स ने 32,91,352 के निवेश का वादा भी किया.
उत्तरप्रदेश में क्षेत्रवार निवेश
बात करें अगर उत्तरप्रदेश में क्षेत्रवार निवेश की तो पश्चिमांचल में कुल 8389 एमओयू इंटेंट हुए जिनसे क्षेत्र में 1481108.4 करोड़ का इन्वेस्टमेंट आएगा. इसी तरह पूर्वांचल में 954492.08 करोड़ के इन्वेस्टमेंट के लिए कुल 5406 एमओयू इंटेंट हुए. वहीं मध्यांचल के लिए कुल 4424 एमओयू इंटेंट हुए जिनसे इस क्षेत्र में 427873 करोड़ का इन्वेस्टमेंट आना तय है. इसी तरह अब तक काफी पिछड़ा माने जाने वाले बुंदेलखंड के लिए भी 427873 करोड़ का इन्वेस्टमेंट जुटाने में सरकार कामयाब रही . यहां कुल 424 एमओयू इंटेंट हुए. इतना ही नहीं देश के सबसे अमीर ग्रुप अंबानी ने भी यूपी ग्लोबल समिट (UPGIS-2023) में अतिरिक्त 75 हज़ार करोड़ का वादा किया और साथ ही प्रदेश की शिक्षा, व्यवस्था को वर्ल्ड क्लास बनाने के लिए प्रदेश में जियो स्कूल खोलने का भी एलान किया.
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यूपी में अतिरिक्त 75 हजार करोड़ का निवेश करेंगा अंबानी ग्रुप
यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 (UPGIS-2023) में शुक्रवार को शामिल हुए रिलायंस इंडस्ट्रीज के चेयरमैन मुकेश अंबानी ने ऐलान किया कि उनका समूह अगले चार सालों में उत्तर प्रदेश में 75 हजार करोड़ का अतिरिक्त निवेश करेगा. अंबानी ने कहा कि इस निवेश से वो राज्य में एक लाख से अधिक रोजगार के नए अवसर पैदा करेंगे.
मुकेश अंबानी ने बताया कि 2018 तक रिलायंस उत्तर प्रदेश में 50 हजार करोड़ रुपये का निवेश कर चुका है और आने वाले चार सालों में उनकी कंपनी ने राज्य में 75 हजार करोड़ रूपये के अतिरिक्त निवेश की योजना है जिससे निवेश की योजना बनाई है. मुकेश अंबानी ने कहा कि इसके साथ ही बिजनेस के लिए अनुकूल परिस्थितियों वाले इस राज्य में समूह का कुल निवेश सवा लाख करोड़ रूपये से ज्यादा का हो जाएगा.
मुकेश अंबानी ने ग्लोबल समिट (UPGIS-2023) में कहा कि “प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कुशल मार्गदर्शन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश को एक नयी पहचान दी है और अगले पांच साल के भीतर ही उत्तर प्रदेश एक ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था बन सकता है.”
इसके साथ ही मुकेश अंबानी ने उत्तर प्रदेश के गांवों और छोटे शहरों में किफायती शिक्षा और स्वास्थ्य सेवा के लिए जियो प्लेटफॉर्म्स के जरिये दो पायलट प्रोजेक्ट्स की भी घोषणा की.