पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार 6 दिसंबर को विपक्षी दल इंडिया गठबंधन की होने वाली बैठक में शामिल नहीं होंगे.
नीतीश नहीं होंगें इंडिया गठबंधन की बैठक में शामिल
सूत्रों के अनुसार, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बुधवार को होने वाली विपक्षी इंडिया गठबंधन की बैठक से शामिल नहीं होंगे. कहा जा रहा है कि बैठक में उनकी जगह जदयू का प्रतिनिधित्व ललन सिंह और बिहार के जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा करेंगे.
ऐसा कहा जा रहा है कि नीतीश बीमार है. इसलिए सोमवार को लगने वाला जनता दरबार भी इस लिए टाल दिया गया था. और मंगलवार को बिहार कैबिनेट की बैठक में भी उनके आने या न आने पर सस्पेंस बना हुआ है.
ममता ने कहा मुझे बैठक की जानकारी नहीं
इससे पहले सोमवार को बनर्जी ने ऐसी किसी भी बैठक के बारे में जानकारी नहीं होने की बात कही थी. सोमवार को एक मीडिया संबोधन के दौरान, पश्चिम बंगाल की सीएम ने कहा कि उनकी पार्टी को नई दिल्ली में एक बैठक बुलाने के इंडिया गठबंधन के इरादे के बारे में सूचित नहीं किया गया है.
“मुझे नहीं पता, मेरे पास कोई जानकारी नहीं है इसलिए मैंने उत्तर बंगाल में एक कार्यक्रम रखा… अगर हमारे पास जानकारी होती, तो हम उन कार्यक्रमों को निर्धारित नहीं करते. हम निश्चित रूप से (बैठक के लिए) गए होते, लेकिन हम एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, टीएमसी प्रमुख ने कहा, ”कोई जानकारी नहीं मिली है.”
#WATCH | Kolkata: On the upcoming INDIA alliance meeting on December 6, West Bengal CM Mamata Banerjee says, ” I don’t know, I have got no information so I kept a programme in North Bengal…If we had the information, we wouldn’t have scheduled those programmes. We would have… https://t.co/iz5pDFIFK8 pic.twitter.com/3yYzikRRgu
— ANI (@ANI) December 4, 2023
हलांकि इस बीच, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने गठबंधन सहयोगियों को मिलने का निमंत्रण दिया है. एएनआई ने बताया कि मुंबई बैठक के बाद, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) की नेता सुप्रिया सुले ने संकेत दिया कि अगली बैठक राष्ट्रीय राजधानी में होगी.
लोकसभा के लिए सीट बंटवारे पर चर्चा होनी है
चूंकि लोकसभा चुनाव महज चार से पांच महीने दूर हैं, सीट बंटवारे पर चर्चा एजेंडे में हावी रहने की उम्मीद है. आगामी इंडिया गठबंधन की बैठक कांग्रेस के लिए खास महत्व रखती है, खासकर राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार के बाद.
कांग्रेस को एसपी की नाराज़गी का सामना करना पड़ सकता है
हालाँकि, इस बैठक के दौरान कांग्रेस को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है, खासकर उसकी महत्वपूर्ण सहयोगी
समाजवादी पार्टी मध्य प्रदेश चुनाव के समय से नाराज़ है.
समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने कांग्रेस पर विश्वासघात का आरोप लगाते हुए कहा था कि, कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ कोई गठबंधन नहीं किया और आखरी मौके तक उन्हें अंधेरे में रखा
इंडिया या ‘इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव अलायंस’ कांग्रेस सहित 28 विपक्षी दलों का एक समूह है. पीएम मोदी की भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का मुकाबला करने और उसे 2024 के लोकसभा चुनावों में केंद्र में लगातार तीसरी बार जीतने से रोकने के लिए पार्टियां एक साथ आई हैं.
इंडिया गठबंधन से जुड़ी ज़रुरी जानकारी
संयुक्त विपक्ष की पहली बैठक 23 जून को पटना में हुई, उसके बाद दूसरी बैठक 17-18 जुलाई को बेंगलुरु में हुई. इसके बाद तीसरी बैठक 31 अगस्त से 1 सितंबर के बीच मुंबई में हुई.
मुंबई बैठक के दौरान विपक्षी दलों ने सामूहिक रूप से आगामी 2024 लोकसभा चुनाव लड़ने का संकल्प लिया था. उन्होंने सहयोगात्मक दृष्टिकोण पर जोर देते हुए सीट-बंटवारे की व्यवस्था को तुरंत अंतिम रूप देने का इरादा जताया था.
इसके साथ ही चुनाव के लिए चुनी गई थीम “जुड़ेगा भारत, जीतेगा इंडिया” (भारत एकजुट होगा, भारत जीतेगा) है, जो सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली सरकार को चुनौती देने के उनके सामूहिक प्रयास का संकेत है.
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