Kolkata RG KAR Case : कोलकाता के आरजी कार मेडिकल कॉलेज-अस्पताल में हुए 31 साल की लेडी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म-हत्या के मामले के मुख्य आरोपी संजय रॉय ने अदलात के सामने पहली बार अपना बयान दिया है जिसमें उसने कहा कि वो निर्दोष है, उसने उस वारदात को अंजाम नहीं दिया है,उसे फंसाया गया.
Kolkata RG KAR Case : संजय रॉय का बयान – मुझे फंसाया गया
आरोपी संजय रॉय ने अदालत में कहा, मैंने कोई बलात्कार और हत्या नहीं किया है,मैं निर्दोष हूं, मुझे फंसाया गया है. मुझे सरकार ने फंसाया है. मुझे चुप रहने की धमकी दी गई है. मेरे विभाग यानी कोलकाता पुलिस ने मुझे धमकाया है कि मैं चुप रहूं.इस मामले में अब 11 नवंबर से रोजाना कोर्ट में सुनवाई होगी.
सीबीआई चार्जशीट में संजय रॉय है मुख्य आरोपी
दरअसल इस मामले मे शुरुआती जांच से ही संजय राय संदेह के दायरे में है और शुरुआती सबूतो के आधार पर सीबीआई ने भी संजय रॉय को ही आरोपी नंबर एक बनाया है. अपनी चार्जशीट में सीबीआई ने इस घटना को ‘सामुहिक दुष्कर्म’ की जगह ‘दुष्कर्म’ बताया है .सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में कहा है कि संजय रॉय ही वो आरोप है जिसने पूरी घटना को अंजाम दिया है.
पीडिता के सीमन से संजय राय का सीमन मैच
सीबीआई ने सीएफएसएल जांच के आधार पर अपनी चार्जशीट में ये बताया कि पीडिता से लिया गया सीमन का सैंपल संजय राय से मैच हुआ है. सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में ये दावा किया है कि CSFL की रिपोर्ट में इस बात की पुष्टि हुई है कि पीडिता की सीमन से संजय रॉय का सीमन मैच हुआ है. इसके अलावा वहां मौजूद परिस्थितिजन्य साक्ष्य, भौतिक साक्ष्य और फोरेंसिक रिपोर्ट के आधार पर भी ये साबित होता है कि संजय रॉय ने ही वारदात को अंजाम दिया है. संजय रॉय को कोलकाता पुलिस ने घटना का अगले दिन ही उसके सॉल्टलेक के घर से गिरफ्तार किया था.
फारेंसिक जांच में किया किया हुआ है खुलासा ?
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में इस बात का उल्लेख किया है कि 9 अगस्त को क्राइम सीन से जो छोटे बाल मिले थे, उसे जांच के लिए फोरेंसिक लैब में भेजा गया था. रिपोर्ट में ये बाल संजय रॉय से मैच हुए . यही दावा कोलकाता पुलिस ने शुरुआत में ही किया था, अब सीबीआई ने जांच के आधार पर इस बात को पुख्ता किया है.
इसके अलावा सीबीआई ने करीब 100 गवाहों, 12 पॉलीग्राफ टेस्ट,CCTV कैमरों के वीडियो, फॉरेंसिक लैब की रिपोर्ट, मोबाइल फोन का कॉल डिटेल्स और लोकेशन, ईयरफोन के साथ साथ आरोपी के बयान के दर्ज करने के बाद चार्जशीट दाखिल किया है. सीबीआई ने अपनी रिपोर्ट में ये भी बताया है कि ट्रेनी जूनियर डॉक्टर के साथ एक व्यक्ति ने ही दुष्कर्म किया, सामुहिक दुष्कर्म की बात नहीं है.
सीबी ने अपनी रिपोर्ट में कहा कि इस पूरी घटना को संजय राय ने बिन किसी साजिश के अकेले अंजाम दिया.इस केस को उन्होंने सुलझा लिया है. केस को सुलझाने में 3 चीजें सबसे महत्वपूर्ण साबित हुई हैं-इनमें पहला है अस्पताल के सेमिनार रूम के बाहर के सीसीटीवी से मिली तस्वीरें. दूसरा ब्लूटूथ से कनेक्ट होना और तीसरा संजय राय का मोबाइल ईयरफोन .
सीसीटीवी फुटेज में साफ तौर से देखा गया कि 9 अगस्त की अहले सुबह 4 बजे संजय रॉय सेमिनार हॉल के अंदर जाता हुआ दिखाई दिया, आधे घंटे के बाद वो अकेला ही बाहर आता दिखा. इस दौरान सेमिनार हॉल में पहले या बाद में कोई और आता जाता नहीं दिखा.
सीबीआई के मुताबिक पीडिता के नाखून मे मिले खून से भी संजय राय का डीएनए मैच हुआ है. पीडिता के सीमन का डीएनए भी संजय से मैच कर गया था. पीडिता के प्राइवेट पार्ट से भी संजय रॉय का ही डीएनए सैंपल मिला है .
संजय राय ने शराब पी रखी थी ?
सीबीआई ने अपनी चार्जशीट में लिखा है कि वारदात वाली रात आरोपी संजय रॉय ने काफी शराब पी रखी थी और नशे ही हालत में ही वो सुबह करीब चार बजे अस्पताल की तीसरी मंजिल पर पहुंचा. इस बात से अंजान था कि सेमिनार हॉल में ट्रेनी जूनियर डॉक्टर सो रही है. सीबीआई ने अपनी चार्जशीट मे लिखा है कि नशे की आरोपी ने पीडिता के साथ जबर्दस्ती की, जब उसने लेडी डॉक्टर के साथ दुष्कर्म किया, उस समय पीडिता बेहोश थी.पीड़िता के शरीर पर 16 बाहरी जख्म और 9 अंदरुनी चोट के निशान मिले.